July 6, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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ग्राम प्रधान ने मछली पालन हेतु चंद रुपयों में दे दिया बंजर भूमि

निचलौल ब्लाक के ग्राम सभा कैमा व सिसवा ब्लाक के ग्राम सभा पोखरभिन्डा का मामला

खेखड़ा नाले के समीप स्थित है दोनो बंजर भूमि

महराजगंज/निचलौल(राष्ट्र की परम्परा)।
निचलौल ब्लाक अन्तर्गत ग्राम सभा कैमा व सिसवा ब्लाक के अन्तर्गत ग्राम सभा पोखरभिंडा के सिवान व खेकड़ा नाले के समीप स्थित दोनो बंजर भूमि है जो दोनो अलग अलग ग्राम सभा मे पड़ता है यह दोनों कैमा और पोखरभिंडा मे पड़ता है जिसे ग्राम सभा के जिम्मेदार यानि ग्राम प्रधान ने चंद रुपयों के लिए एक वर्ष के लिए मछली पालन करने के लिए दे दिया जिस पर तीन वर्षो से एक ही ब्यक्ति काबिज़ है |
प्राप्त जानकारी के अनुसार निचलौल ब्लाक के अन्तर्गत ग्राम सभा कैमा व सिसवा ब्लाक के अन्तर्गत ग्राम सभा पोखरभिंडा के सिवान व खेखड़ा नाले के समीप स्थित दोनो बंजर भूमि है जो वर्तमान समय में पोखरी के रुप मे स्थित है जिसका गाटा संख्या 291,260है और इस पर ग्राम सभा के दारा सिंह ने तीन हजार रुपये मे बंजर भूमि ले लिया है यही नही इस बंजर भूमि से सटे सिसवा ब्लाक के अन्तर्गत ग्राम सभा पोखर भिंडा की भूमि है उस पर भी दारा सिंह ने तीन हजार रुपये मे लिया है यानि दोनो बंजर भूमि पर छः हजार रुपये में अवैध तरीके से मछली पालन का धंधा कराना और ग्राम प्रधान इन रुपयों से जेब भरकर मालामाल होना आम बात हो गई है |
बंजर भूमि पर अवैध मछली पालन कर रहे दारा सिंह ने कहा कि दोनों ग्राम प्रधान को तीन,तीन हजार रुपये मे एक वर्ष के लिए मछली पालन हेतु मैं लिया हू उक्त धनराशि मेरे द्वारा
ग्राम प्रधान को दे दिया गया है ।09 अगस्त को ही मेरा मछली पालन का तिथि समाप्त हो गया है यह सिससिला तीन वर्षो से चलता चला आ रहा है |
इस विषय में कैमा ग्राम प्रधान धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि यह बंजर भूमि है इसको किसी को नही दिया गया है जबकि बगल वाली भूमि पोखरभिन्डा का है रुपए लेने की बात बिल्कुल गलत है मुझे किसी ने रुपया नही दिया है |