December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत चलाया गया जागरुकता अभियान

मऊ(राष्ट्र की परम्परा)
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर बुधवार को राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला तम्बाकू नियंत्रण इकाई द्वारा सीएमओ के सभागार में एक जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में तम्बाकू सेवन ना करने उसे छोड़ने की शपथ दिलाई गयी, ततपश्चात हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस दौरान गोष्ठी एवं जनजागरूकता रैली निकाली गयी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेश अग्रवाल ने बताया कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस का प्रमुख उद्देश्य है लोगों को यह बताना कि तम्बाकू जानलेवा है, यह जानना जरूरी है और विश्व में रोकी जा सकने वाली मौत और बीमारियों का एकमात्र सबसे बड़ा कारण तम्बाकू सेवन है। इसके अलावा आमजन तक को तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभावों को बताया जाये। उन्होंने बताया कि सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम- 2003 की धारा 4 सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना दण्डनीय अपराध है, जिसका उल्लंघन करने पर 200रुपये तक का अर्थदण्ड वसूल किया जायेगा।
जिला नोडल अधिकारी/अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर एन सिंह ने बताया कि धूम्रपान करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन के लिए बल्कि अपने परिवार व समाज के लिए भी कैंसर का खतरा पैदा करता है। इसलिए जिन्दगी को हाँ कहें और तम्बाकू को ना कहें। इससे हम सभी सुरक्षित रह सकेंगे। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला चिकित्सालय मऊ में एक तम्बाकू उन्मूलन केन्द्र की स्थापना की जा चुकी है। जहां एक काउन्सलर/साईकोलॉजिस्ट की उपलब्धता है, जिससे कि तम्बाकू एवं किसी अन्य प्रकार की नशायुक्त चीजों को छोड़ने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति सम्पर्क कर सकते हैं।
जिला तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम मऊ के जिला सलाहकार डॉ अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की इस बार की थीम “We need food, Not tobacco” तय की गयी है। तम्बाकू से हृदय रोग, हार्ट अटैक और लकवा जैसी बीमारियों के जोखिम के बारे में बताया गया। इसके साथ ही अन्य होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में कई जगहों पर कैम्प एवं स्कूलों में बच्चों के बीच विद्यालय जागरूकता अभियान चलाया गया। तम्बाकू में पाये जाने वाले जहरीले पदार्थोएवं इसके नुकसान तथा तम्बाकू छोड़ने के फायदे पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।
डॉ अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा चलाये गये हस्ताक्षर अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया। समाज में तम्बाकू निषेध के प्रति शपथ ली गयी। तम्बाकू हर प्रकार से शरीर के किसी न किसी हिस्से के लिए नुकसान दायक है। इसलिए हम सभी का प्रयास है कि जिन्दगी चुनें तम्बाकू नहीं की मुहिम पर एक स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत का निर्माण करें।
कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी सुनील सिंह, तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के सोशल वर्कर लक्ष्मीकान्त दुबे, काउंसलर वीरेंद्र यादव, प्रधानमंत्री मातृत वंदना योजना के डीपीसी विवेक कुमार सिंह, फाइनेन्स और लॉजिस्टिक समन्वयक दुर्गा प्रताप सिंह, सतीश कुमार, राधेश्याम, जागृति सिंह, सौरभ, कमलेश, अरविन्द, एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के द्वारा प्रतिभाग किया गया।