November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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शिक्षक दिवस पर याद किए गए डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन

  • शिक्षक की गोद में पलते हैं निर्माण व प्रलय

राजापाकड़/कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)5 सितमबर…

भारत रत्न, महान शिक्षक, देश के अवसर पर सोमवार को दुदही विकास खंड के ग्राम पंचायत रकबा दुलमापट्टी में स्थित कंपोजिट विद्यालय भगवानपुर में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। छात्रों ने पांच कक्षा कक्षों को खूबसूरती से सजाया। प्रत्येक कक्ष में एक शिक्षक ने केक काटा। गोष्ठी को संबोधित करते हुए दुदही के एआरपी रामेश्वर यादव ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को उसकी जिन्दगी में सफलता के लिए एक शिक्षक का बड़ा हाथ होता है। शिक्षक वो होता हे जो हमें जीवन जीने की कला सिखाता है।

👉हमें जीवन जीने की कला सिखाता है शिक्षक : एआरपी

शिक्षक धनन्जय मिश्र ने कहा कि जब हम छोटे होते हैं तब शिक्षक एक कुम्हार की तरह अपने ज्ञान रूपी हाथो से हमारे अंदर संस्कारो का सिंचन और हमें एक मजबूत अकार प्रदान करते हैं और हमें सही मार्गदर्शन देते हैं। शिक्षक नन्हे प्रसाद ने कहा कि शिक्षक सही क्या है और गलत क्या है, इसकी पहचान कराता है। बेहतर शिक्षक वो नहीं जो आपको समझाये बल्कि वह है जो आपको समझने के लायक बना दे। 

👉केक काटकर मनाया गया शिक्षक दिवस

शिक्षक ब्रजेश सिंह ने कहा कि गुरु हमें ज्ञान प्रदान करते हैं, संस्कार और ज्ञान से हमारे भविष्य का निर्माण होता हे और जब हमारे भविष्य का निर्माण होगा तब हमारे देश के भविष्य का भी निर्माण होगा। अनीता कुशवाहा ने कहा कि निर्माण व प्रलय दोनों ही शिक्षक की गोद में पलते हैं। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ डा. एस राधाकृष्णन के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पार्चन कर किया गया। इस अवसर पर नसीमा, शबनम, रिंकी , सव्या, सोनम, जोहरा, पीयूष, शहाना, खुशबू, अलका, सरिता, मंजेश, आदित्य, तराना, दीपक, चंदन, शुभम, श्वेता, संदीप, आदि छात्र मौजूद रहे।

संवादाता कुशीनगर…