
आगरा(राष्ट्र की परम्परा)
सिर्फ़ चंद पैसे के लिए फ़िल्म अभिनेता और युवाओं के रोल मॉडल क्रिकेटर्स जनता से ज़हरीला ग़ुटखा खाने को और जुआ खेलने क़ो विज्ञापनों के माध्यम से प्रेरित कर रहें हैं। क्या ऐसा करना देशहित में सही हैं ?
वरिष्ठ समाजसेवी राजेश खुराना ने अपनी राय रखते हुए पत्रकार वार्ता में बताया कि यक़ीन नहीं होता कि सिर्फ़ चंद पैसे के लिए फ़िल्म अभिनेता और युवाओं के रोल मॉडल क्रिकेटर्स, जनता से ज़हरीला ग़ुटखा खाने को और जुआ खेलने क़ो विज्ञापनों के माध्यम से प्रेरित कर रहें हैं। क्या ऐसा करना देशहित में सही हैं ? लेकिन एक बात आप ध्यान से समझ लीजिए कि इन्होने तो मोटा पैसा कमा लिया हैं। अगर आप को जीवन बर्बाद करने वाली इन चीजों की लत गयी, तो आप ना घर के रहेंगे ना घाट के, अगर इनके विज्ञापनों के बहकाबे में आप आगये ना तो इस देश में आज के बाद कोई भी बड़ा किर्केटर नहीं बन पायेगा।
खुराना ने कहा कि आज हम एक ऐसे समय से गुजर रहे हैं, जहां युवाओं के रोल मॉडल या तो उन्हें गुटखा खाने को इंस्पायर कर रहे हैं या जुआ खेलने को, खुद तो दूध में चीनी तक डालके पीते, भले ही चंद पैसे के लिए देश का युवा बर्बाद हो जाए इन लालची लोगों को कोई मतलब नहीं हैं। यह लालची लोग हमारी आने वाली पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। समाज के लिए इनके द्वारा किया गया यह कृत्य बहुत ही गलत है। हमारी सभी से विनम्र अपील हैं कि जुआ खेलने को और गुटखा खाने को इंस्पायर करने वाले सभी विज्ञापनों पर रोक लगाई जाय।
More Stories
संस्कृत पढ़ने गया विनय बना खूनी!
मोहर्रम का मातमी जुलूस श्रद्धा और अकीदत के साथ संपन्न, दुलदुल घोड़ा बना आकर्षण का केंद्र
प्रेम की जीत: मुस्लिम युवती ने हिंदू युवक से की मंदिर में शादी, अपनाया नया नाम