
चाक चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था
आजमगढ़ ( राष्ट्र की परम्परा )
बिलरियागंज बाजार में जामा मस्जिद के प्रांगण में अलविदा जुम्मा की नमाज पूरे अकीदत के साथ पढ़ी गई, जुम्मा की नमाज पढ़ाने वाले दानिश फलाही साहब ने अपने भाषण में लोगों को समझाते हुए कहा कि, हम जिस देश में रहते हैं उस देश के कानून का पालन करना हमारा परम कर्तव्य ही नहीं धर्म भी है, साथ ही साथ कुछ शरारती तत्व जो देश के अमन-चैन को नहीं देखना चाहते देश की अमन-चैन और शांति को बर्बाद करना चाहते हैं, ऐसे लोग हिंदू और मुस्लिम को आपस में लड़ाना चाहते हैं हम सभी लोगों को ऐसे शरारती तत्वों से सतर्क रहने की जरूरत है ।
साथ ही साथ अल्लाह ने हमें दिमाग दिया है तो अपने दिल दिमाग से नफरत निकाल कर जरूरत मंदो की मदद करें, हमेशा शांति और अमन का पैगाम दे जिस तरह से हम एक महीना रोजा रखे लोगों की मदद किए भूखों को खाना खिलाया नंगों को कपड़ा पहनाया और मस्जिदों में आकर रात रात भर इबादत की है, ठीक उसी तरह से साल का 11 महीना भी हम उसी रास्ते पर चलने के लिए आज संकल्प लें और पूरे दिन मस्जिदों में आकर रमजान महीने की तरह नमाज पढ़ते रहें और एक दूसरे की मदद करते रहें ।
नमाज सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी इसके लिए बार-बार एलान भी करते रहे, साथ ही साथ उन्होंने बताया कि ईद की नमाज ईदगाह मे सुबह 6:20 पर अदा की जाएगी ।
नमाज को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से एस डी एम व सी ओ सगड़ी तथा थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पाण्डेय मयफोर्स के साथ तैनात रहे।
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