
बरहज/ देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
तहसील क्षेत्र में कई स्थानों पर भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहुजन समाज पार्टी के जिला उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, पूरे जनपद में जुलूस निकालकर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाया गया, लेकिन बरहज में हम लोगों को जन्मदिन मनाने का परमिशन नहीं दिया गया, आगे उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि कहां का न्याय है कि उसी जनपद में अन्य जगहों पर जुलूस निकालकर के गाजे-बाजे के साथ डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाया गया और हम लोगों को साधारण तरीके से भी संविधान निर्माता को याद करने की अनुमति नहीं दी गई। जबकि श्वेता जयसवाल ने बताया कि प्रथम कानून मंत्री होते हुए भी बाबा साहब ने अपने विषय में कुछ नहीं सोचा सिर्फ समाज और भारत के शोषित, दलित, पिछड़े, वर्ग के हित की अंत तक बात करते रहे, लेकिन आज बड़े ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि, प्रशासन के द्वारा हमें उनको याद करने की भी अनुमति नहीं दी गई जो अत्यंत ही चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि एक तरफ केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा सभी विद्यालय और सभी दफ्तरों को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर बंद रखने का निर्देश जारी किया गया, लेकिन हमें उन्हें याद करने के लिए यहाँ की प्रशासन के द्वारा अनुमति नहीं दी गयी। लेकिन देखा जाय तो भलुअनी, मईल, सोनू घाट, देवरिया एवं जनपद में विभिन्न विभिन्न स्थानों पर बाबा साहब की जयंती मनाई गई, लेकिन हम लोगों को इसकी अनुमति नहीं दी गई। ज्ञानेंद्र सिंह ने स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि हम इसका निष्पक्षता से जांच करने की मांग करते हैं।वही
बाबा राघव दास भगवानदास स्नातकोत्तर महाविद्यालय पर बाबा साहब की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें पूर्व प्राचार्य डॉ अजय मिश्रा, बड़े बाबू रविंद्र मिश्रा, विनय मिश्रा, मनीष श्रीवास्तव के साथ अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।जयंती समारोह के क्रम में भलुअनी
टेकुआ चौराहे पर शांति सद्भावना मंच के राज्य समन्वयक रामकिशोर चौहान के नेतृत्व में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 132 वी जयंती मनाई गई।
