July 12, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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भाजपा ने विशाल जनसभा आयोजन किया

आजमगढ़ में संगीत महाविद्यालय का शिलान्यास

आजमगढ़ (राष्ट्र की परम्परा)
कन्धरापुर थाना क्षेत्र के नमदारपुर गाँव मे भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया, जिसे सम्बोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की पहले आजमगढ़ के लोगों को सिर्फ रमजान महीने मे ही बिजली मिलती थी मगर जबसे भाजपा सरकार आई है, तबसे यहाँ के लोगों को भरपूर मात्रा मे बिजली मिल रही है। तो वही योगी आदित्यनाथ ने कहा की 2017 से पहले यहाँ के लोगों को दूसरी जगह भाड़े पर कमरा नही मिलता था मगर जबसे भाजपा सरकार आई है तबसे यह सब समस्या दूर हो गयी है।
गृहमंत्री अमित शाह ने आज आजमगढ़ में अखिलेश यादव को जमकर घेरा. कोरोना काल का जिक्र करते हुए, शाह ने कहा कि यहां के सांसद (अखिलेश तब आजमगढ़ सांसद थे) कोरोना काल में टीका लगाने नहीं आए थे, पीएम मोदी ने लोगों को टीका लगवाया।
अमित शाह ने कहा कि ’’मुझे उत्तर प्रदेश ठीक से याद है जहां पहले कोई रात नहीं थी जब बिजली मिलती थी, केवल रमजान के मौके पर यहां बिजली मिलती थी। आजमगढ़ की छवि को धूमिल करने का काम सपा-बसपा की सरकार ने किया था, जिस आजमगढ़ को पूरे देश मे आतंक के केंद्र के रूप में जाना जाता था, वहां पर संगीत के महाविद्यालय की नींव रखने का काम किया है।उन्होंने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश में कभी कल्पना भी नहीं की जाती थी कि यहां दंगा न हो, लेकिन बीजेपी की सरकार ने उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त प्रदेश बनाया है।गृहमंत्री अमित शाह ने आजमगढ़ की जनता से अपील करते हुए कहा कि ’’2024 के चुनाव में यूपी की जनता फिर से एक बार पीएम मोदी पर भरोसा करे और मोदी को जिता कर भारी मतों से विजयी बनाने का काम करे। आजमगढ़ में संगीत महाविद्यालय के शिलान्यास और विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन कार्यक्रम में, अमित शाह ने आगे कहा कि आज उत्तर प्रदेश विकास के रास्ते पर चल पड़ा है ये सपा, बसपा, कांग्रेस क्या देश और उत्तर प्रदेश का विकास कर सकते हैं । 2024 में फिर से सपा, बसपा, कांग्रेस परिवारवाद और जातिवाद को लेकर आएंगे और लोगों को गुमराह करेंगे।वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजमगढ़ में 2017 के पहले पहचान का संकट था, यहां का नौजवान 2017 के पहले देश में कहीं चले जाए तो कोई किराए पर कमरा देने की बात तो दूर नाम से ही लोग चिढ़ते थे, परहेज करते थे।