November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

स्थानांतरित शिक्षक को दी गई भावभीनी विदाई

  • उच्च न्यायालय के निर्देश पर गृह जनपद में हुआ स्थानांतरण
  • 4 वर्ष की नौकरी के दौरान शिक्षकों ने जीत लिया था हृदय

राजापाकड़ कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)11 जुलाई..

वर्ष 2018 में हुई 68500 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में चूक के चलते मेरिट के बावजूद तमाम शिक्षक आंकाक्षी जनपदों में तैनात होने की बजाय दूरस्थ जिलों में पदस्थापित हो गए थे। इन शिक्षकों ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। उच्च न्यायालय के निर्देश व बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव आदेश पर आकांक्षी जनपद के लिए स्थानांतरित तमकुही विकास खंड के 20 शिक्षक सोमवार को कार्यमुक्त हुए।

इस क्रम में वाराणसी जनपद के लिए स्थानांतरित प्राथमिक विद्यालय राजापाकड़ (सेमरा) में तैनात प्रभारी प्रधानाध्यापक कमलेश कुमार यादव को सहकर्मी, ग्रामीण व छात्रों ने सम्मान समारोह आयोजित कर भावभीनी विदाई की। प्राशिसं के अध्यक्ष शंभू यादव ने कहा कि स्थानांतरण एक सतत प्रक्रिया है। सरकारी सेवा में एक नियत अवधि समाप्त होने के बाद स्थानांतरण होना है। यह क्षण बहुत ही मार्मिक होता। विदा करते समय आंखें नम हो जाती है। ग्रामीण व छात्रों ने साथ बिताये चार वर्ष के समय को याद करते हुए उनके मधुर व्यवहार की सराहना की। स्थानांतरित शिक्षक को अंगवस्त्र व पुष्प गुच्छ व मिष्ठान देकर विदा किया गया। दीपक मिश्र, मुकेश यादव, रामप्रीत प्रसाद, दिलीप कुमार गुप्ता, राजेश श्रीवास्तव, अजय कुमार, शैलेन्द्र गुप्ता, रविता सिंह, शाहीन परवीन, अनिरुद्ध गुप्ता, रवि, आदि मौजूद रहे।

संवादाता कुशीनगर…