महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। जनपद के सदर विकासखंड अंतर्गत कई ग्राम सभाओं में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर ईंट (ब्रिक्स) की खरीद में बड़े पैमाने पर अनियमितता के आरोप सामने आए हैं। आरोप है कि ग्राम पंचायतों में ईंटों की वास्तविक खरीद ईंट-भट्ठों से न दिखाकर हार्डवेयर दुकानों से दर्शाई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, कुछ ग्राम प्रधानों द्वारा एक ही हार्डवेयर दुकान से सीमेंट, सरिया और अन्य निर्माण सामग्री के साथ-साथ ईंटों के बिल वाउचर तैयार कर भुगतान कराया जा रहा है। जबकि सामान्यतः ईंटों की आपूर्ति सीधे ईंट-भट्ठों से होती है। इससे ग्राम सभा संपत्ति और सरकारी धन के दुरुपयोग की आशंका गहराती जा रही है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि मौके पर उपयोग की गई सामग्री और अभिलेखों में दर्शाई गई खरीद के बीच स्पष्ट अंतर नजर आता है। कई ग्राम पंचायतों में ईंटों की आपूर्ति से संबंधित परिवहन रसीद या भट्ठा स्तर का कोई ठोस रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है, इसके बावजूद भुगतान प्रक्रिया पूरी कर ली गई।
ये भी पढ़ें – देवरिया में स्वरोज़गार को मिलेगा बढ़ावा: RSETI–SHG उम्मीदवारों के लिए 21 दिसंबर को उत्पाद प्रदर्शनी एवं बिक्री मेला
आरोप यह भी लगाए जा रहे हैं कि इस पूरे मामले में संबंधित विभागीय कर्मचारियों की कथित मिलीभगत से फाइलों को पास किया गया। सामाजिक संगठनों और ग्रामीणों ने मांग की है कि ग्राम पंचायतों में हुए निर्माण कार्यों की भौतिक जांच, साथ ही ईंट खरीद से जुड़े बिलों और वाउचरों की तकनीकी व वित्तीय जांच कराई जाए।
यदि लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह मामला पंचायत स्तर पर वित्तीय अनुशासन, निगरानी व्यवस्था और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करेगा। फिलहाल प्रशासनिक स्तर पर किसी आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार है, लेकिन जांच शुरू होने की स्थिति में कई ग्राम पंचायतें इसकी जद में आ सकती हैं।
