छात्रवृत्ति रोके जाने के विरोध में
सौंपेगा राज्यपाल को ज्ञापन
रांची ( राष्ट्र की परम्परा)
आजसू छात्र संघ द्वारा गुरुवार को बापू वाटिका, मोराबादी से राजभवन तक ’शिक्षा के लिए भिक्षा जनाक्रोश मार्च’ निकाला जाएगा और लाखों छात्रों की छात्रवृत्ति रोके जाने के खिलाफ प्रदर्शन होगा ।
आजसू छात्र संघ राज्यपाल को ज्ञापन सौंप राज्यपाल से मांग करेगा कि लंबित 2024–25 की छात्रवृत्ति वितरण में तुरंत हस्तक्षेप करें, साथ ही राज्य सरकार को निर्देश जारी करें कि e-Kalyan पोर्टल पर सभी लंबित आवेदनों की स्थिति सार्वजनिक रूप से लागू की जाए, ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
आजसू केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में आजसू छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो, वरीय उपाध्यक्ष ऋतुराज शाहदेव एवं युवा आजसू के रांची नगर अध्यक्ष अमित यादव ने बताया कि झारखंड राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के लाखों विद्यार्थी सत्र 2024–25 की पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति के भुगतान के लिए कई महीनों से प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह देरी केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि सरकार की गंभीर लापरवाही और उदासीनता को दर्शाती है, जिसके कारण उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों का भविष्य संकट में है।
उन्होंने आगे यह भी जानकारी दी कि राज्य सरकार के अनुसार 11.34 लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिलनी थी, लेकिन अब तक केवल 7.45 लाख छात्रों को आंशिक भुगतान किया गया है। 3.5 लाख से अधिक OBC विद्यार्थी आज भी पहली किस्त की प्रतीक्षा में हैं।
रांची, लोहरदगा, गुमला, हज़ारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह, धनबाद और बोकारो सहित विभिन्न जिलों में विद्यार्थी पिछले एक महीने से लगातार धरना–प्रदर्शन कर रहे हैं, परंतु सरकार मौन है।
आजसू छात्र संघ ने राज्य सरकार की असंवेदनशीलता के खिलाफ कल 27 नवम्बर 2025 को एक शांतिपूर्ण जन-जागरण एवं जन-आक्रोश मार्च आयोजित करने की घोषणा किया जिसके तहत
छात्रवृत्ति भुगतान में हो रही देरी पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना और लंबित समस्याओं के समाधान हेतु जन-जागृति लाना।
छात्र संघ ने स्पष्ट किया कि यह मार्च पूर्णतः शांतिपूर्ण एवं विधिसम्मत होगा और सभी प्रतिभागियों को प्रशासनिक नियमों के पालन हेतु निर्देशित किया गया है।
राज्यपाल से प्रमुख मांगें
छात्र संघ के कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो ने स्पष्ट कहा कि जब तक राज्य की वर्तमान सरकार हर अंतिम छात्र को उसकी पूर्ण छात्रवृत्ति उपलब्ध नहीं कराती, तब तक यह आंदोलन एक क्षण के लिए भी थमेगा नहीं। न एक छात्र छूटेगा और न एक भी माँग अधूरी रहने दी जाएगी। आज की सत्ता यदि विद्यार्थियों के अधिकारों पर चुप्पी साधे रहती है, तो यह संघर्ष और तेज होगा क्योंकि यह लड़ाई केवल छात्रवृत्ति की नहीं, बल्कि न्याय, अधिकार और जवाबदेही की है।
प्रदेश उपाध्यक्ष ऋतुराज शहदेव ने सरकार पर तीखा सवाल उठाते हुए कहा छात्रवृत्ति कोई दया नहीं, यह हमारा अधिकार है। लेकिन सरकार की चुप्पी ने लाखों विद्यार्थियों का अकादमिक वर्ष जोखिम में डाल दिया है। यदि सरकार तुरंत समाधान नहीं देती, तो छात्र अपनी आवाज़ और बुलंद करेंगे। यह लड़ाई शिक्षा बचाने की है, और इसे पूरे दमखम के साथ लड़ा जाएगा।
अंत में ओम वर्मा ने कहा, यह आंदोलन किसी पार्टी या व्यक्ति का नहीं, बल्कि उन लाखों विद्यार्थियों का है जो बेहतर शिक्षा, समान अवसर और सम्मानजनक भविष्य की उम्मीद रखते हैं। झारखंड सरकार को समझना होगा कि शिक्षा के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ अमित साहू ,रवि रोशन आदि भी उपस्थित थे । इस दौरान मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो, वरीय उपाध्यक्ष ऋतुराज शाहदेव, युवा आजसू के महानगर अध्यक्ष अमित यादव, डॉ अमित साहू,रवि रोशन, सक्षम झा, अमन साहू उपस्थित थे।
