बलिया (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। मांझी–बकुल्हा रेलखंड के बीच रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ियों में लगभग 30 वर्षीय अज्ञात महिला का सिर कटा शव नग्न अवस्था में मिला। घटना की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया और ग्रामीणों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई।
सूचना मिलते ही एसपी ओमवीर सिंह, एएसपी कृपाशंकर और सीओ फहीम कुरैशी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। महिला की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि फोरेंसिक टीम ने मौके से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए।
महिला का सिर अलग, शरीर पर सामान्य चोट के निशान नहीं—पुलिस को हत्या का शक
ग्रामीणों ने बताया कि शव झाड़ियों में फेंका गया था और महिला के शरीर पर सिर्फ अंडरवियर था।
शरीर से गर्दन अलग थी। शरीर पर अन्य गंभीर चोटों के निशान नहीं मिले।पैरों में पायल, और दोनों पैरों व कमर में काला धागा बंधा था। थोड़ी दूरी पर तलाश करने पर महिला का कटे सिर का हिस्सा भी बरामद किया गया।
ग्रामीणों ने आशंका जताई कि महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या की गई होगी। बाद में पहचान छिपाने के लिए शव को रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया गया, ताकि इसे हादसा साबित किया जा सके।
पुलिस की पहली प्रतिक्रिया—दुर्घटना बताया, पर ग्रामीणों ने पेश किए सवाल
मौके पर मौजूद थाना प्रभारी विपिन सिंह ने प्रारंभिक जांच में इसे ट्रेन से कटकर मौत बताया।
लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि—
अगर ट्रेन से कटती तो कपड़े शरीर पर होते।
शरीर पर कहीं चोट या घिसटने के निशान नहीं थे।
घटनास्थल देखकर लग रहा था कि शव बाहर से लाकर फेंका गया है।
इस पर पुलिस ने अब हत्या, दुष्कर्म और शव फेंकने की दिशा में भी जांच शुरू कर दी है।
पहचान में जुटी पुलिस—पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद बढ़ेगी जांच की दिशा
एसपी ओमवीर सिंह ने कहा कि मौत की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
साथ ही शव की शिनाख्त के लिए आसपास के थानों और लापता महिलाओं की जानकारी भी जुटाई जा रही है।
