Friday, November 14, 2025
Homeउत्तर प्रदेशव्हॉट्सएप ग्रुप से चल रहा था रिश्वतखोरी का नेटवर्क, ओवरलोड ट्रक पास...

व्हॉट्सएप ग्रुप से चल रहा था रिश्वतखोरी का नेटवर्क, ओवरलोड ट्रक पास कराने में दलालों और अफसरों की मिलीभगत का खुलासा

लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश में ओवरलोडेड मौरंग और गिट्टी से भरे ट्रकों को पास कराने के लिए चल रहे बड़े रिश्वत नेटवर्क का एसटीएफ ने पर्दाफाश किया है। जांच में पता चला कि दलाल रिश्वतखोरी का पूरा खेल व्हॉट्सएप ग्रुप के जरिए चला रहे थे। आरोपी दलाल अभिनव पांडेय के मोबाइल से UNDERLOD01 नाम का व्हॉट्सएप ग्रुप मिला है, जिसमें 122 सदस्य जुड़े हैं।

पूछताछ में अभिनव ने खुलासा किया कि वे लोग कई बार रिश्वत की रकम और वाहनों की सूची सीधे अधिकारियों को भेज देते थे। कुछ अधिकारी सीधे रिश्वत लेने के बजाय अपने ड्राइवरों और अधीनस्थ कर्मचारियों के माध्यम से डीलिंग करते थे। एसटीएफ को यह भी पता चला कि लखनऊ ही नहीं, कई अन्य जिलों में भी दलाल ओवरलोड वाहनों को पास कराने की सेटिंग कर रहे थे।

सेटिंग कर चल रहे थे ओवरलोड डंपर

आरोपी डंपर चालक कपिल के मुताबिक, उसके मालिक ने हमीरपुर से लखनऊ और पूर्वांचल तक ओवरलोड वाहन चलाने के लिए दलालों को पहले से पैसे देकर सेटिंग कर रखी थी। दलाल परिवहन विभाग के भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारियों को वाहनों के नंबर की सूची भेज देते थे, और लिस्ट में दर्ज किसी भी वाहन को रोका नहीं जाता था।

ओवरलोडिंग छुपाने के लिए हटाए जाते थे दो टायर

एसटीएफ ने जब एक मौरंग लदे डंपर की जांच की तो पता चला कि वह 14 चक्कों का है, लेकिन उसमें से दो टायर हटाए गए हैं। धंधे से जुड़े लोगों ने बताया कि वजन कम दिखाने के लिए टायर हटाकर उतने ही वजन का माल भर दिया जाता है, जिससे टैक्स चोरी भी आसानी से हो जाती है।

ये भी पढ़ें –प्रदेश में 13 नवंबर की रात रही सबसे ठंडी, हिमालयी हवाओं ने तोड़ा 12 साल का रिकॉर्ड; नवंबर अंत में बढ़ेगी ठंड

रिश्वत की कमाई से खरीदी कार

सीतापुर मूल निवासी और मड़ियांव के शेरवानीनगर में रहने वाले दलाल अभिनव के पास से एक कार बरामद हुई है। उसने यह कार वसूली के पैसों से लोन पर खरीदी थी।
एसटीएफ और पुलिस अब इस पूरे गोरखधंधे में शामिल अन्य दलालों और परिवहन विभाग के अधिकारियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। केस में नामजद अफसरों से जल्द पूछताछ की जाएगी।

ये भी पढ़ें – वैश्विक सुस्ती के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार में, लेकिन निजी निवेश और अमेरिकी टैरिफ बने बड़ी चुनौती

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments