बलिया (राष्ट्र की परम्परा)। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय (JNCU) में शुक्रवार को राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के प्रकाशन के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि यह अमर गीत पहली बार 7 नवम्बर 1875 को बंग दर्शन पत्रिका में प्रकाशित हुआ था।
स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘वंदे मातरम्’ ने स्वतंत्रता सेनानियों को अपार प्रेरणा दी थी। इसी भावना को जीवंत रखने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों और शिक्षकों ने सामूहिक रूप से राष्ट्रगीत का गायन किया। इस अवसर पर परिसर में देशभक्ति और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना से वातावरण गुंजायमान रहा।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि “‘वंदे मातरम्’ में भारत माता के स्वरूप का सजीव चित्रण है। इसके भावों को अनुभव करने मात्र से ही हृदय में देशभक्ति की लहर दौड़ जाती है।”
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कार्यक्रम का संचालन डॉ. अजय कुमार चौबे ने किया और धन्यवाद ज्ञापन चीफ प्रॉक्टर डॉ. प्रियंका सिंह ने दिया। इस अवसर पर कुलसचिव एस.एल. पाल, शैक्षणिक निदेशक डॉ. पुष्पा मिश्रा, डॉ. विनीत सिंह, डॉ. प्रमोद शंकर पांडेय, डॉ. छबि लाल, डॉ. अनुराधा राय, डॉ. रंजनी चौबे, डॉ. प्रवीण नाथ यादव, डॉ. सरिता पांडेय, डॉ. रंजना मल्ल सहित अनेक प्राध्यापक, कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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