श्रद्धा और उल्लास का माहौल
भागलपुर /देवरिया(राष्ट्र की परम्परा )
छठ महापर्व को लेकर रविवार को भागलपुर व आसपास के गांवों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। चौक-चौराहों, बाजारों और गलियों में सुबह से ही भीड़ उमड़ पड़ी। सब्जी, फल और मिठाई की दुकानों पर खरीदारों की लंबी कतारें लगी रहीं। दुकानदारों ने अपनी दुकानों को आकर्षक ढंग से सजाया, जिससे पूरा बाजार त्योहारी रंग में डूब गया।
प्रशासनिक स्तर पर भी कड़ी निगरानी की गई। पुलिस बल लगातार गश्त कर रही है ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। घाटों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई है।
छठ पर्व को लेकर लोगों में गहरी श्रद्धा और आस्था झलक रही है। *इस अवसर पर समाजसेवी सोनू साहनी ने कहा, “छठ पर्व डूबते सूर्य की उपासना का पर्व है। यह पर्व न केवल बिहार और उत्तर प्रदेश में बल्कि विश्वभर में बसे भारतीयों द्वारा श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाया जाता है। यह हमें प्रकृति से जोड़ता है और एक अद्भुत अनुभूति प्रदान करता है।”
“छठ महापर्व प्रकृति की पूजा का प्रतीक है। यह पर्व हमें प्रकृति से प्रेम और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। जब लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं, तो वे इस पर्व को और अधिक हर्षोल्लास से मनाते हैं: गजेन्द्र मौर्य
*छठ पूजा की यह रौनक न केवल आस्था की गहराई को दर्शाती है, बल्कि सामाजिक एकता और स्वच्छता के प्रति लोगों की बढ़ती जागरूकता का भी प्रतीक बन गई है: रमाशंकर साहनी
भागलपुर, बलिया और देवरिया के तकिया घाटों को दीपों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। ग्राम प्रधानों और समाजसेवियों ने मिलकर गांवों में सफाई अभियान चलाया और लाइट व्यवस्था को दिवाली जैसा सुंदर रूप दिया। घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, सुरक्षा व आराम की विशेष व्यवस्था की गई है।
