Wednesday, October 15, 2025
Homeउत्तर प्रदेशपराली जलाने पर डीएम सख्त, किसानों को दी चेतावनी

पराली जलाने पर डीएम सख्त, किसानों को दी चेतावनी

5 अक्टूबर तक सभी कंबाइन मशीनों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य, सैटेलाइट से होगी निगरानी

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। जिले में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि विभाग, एसडीएम और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर कड़े निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने साफ कहा कि फसल अवशेष जलाना किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कृषि विभाग को निर्देश दिया कि पराली प्रबंधन को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए। किसानों को शासन के आदेशों और एनजीटी राष्ट्रीय हरित अधिकरण के निर्देशों से अवगत कराएं। गांव-गांव प्रचार-प्रसार कर लोगों को समझाया जाए कि फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण और मिट्टी की उर्वरा शक्ति दोनों पर गंभीर असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि जिले में शीघ्र ही सैटेलाइट से पराली जलाने की घटनाओं की मॉनिटरिंग शुरू होगी। किसी भी किसान द्वारा फसल अवशेष जलाने की जानकारी सीधे कंट्रोल रूम तक पहुंचेगी और तुरंत कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि 05 अक्टूबर तक सभी कंबाइन मशीनों का पंजीकरण और तकनीकी जांच कराई जाए और सुनिश्चित किया जाए कि मशीनों में एसएमएस सिस्टम और सभी जरूरी उपकरण लगे हों।
पूर्व में पराली जलाने वाले किसानों को रेड नोटिस और अन्य किसानों को यलो नोटिस जारी किए जाएं,
जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित कर घटनाओं की सतत निगरानी की जाए, किसानों को पराली प्रबंधन के विकल्प जैसे डी-कंपोजर उपकरण की जानकारी दी जाए,
तहसील स्तर पर गठित टास्क फोर्स को सक्रिय कर फसल अवशेष जलने की घटनाएं रोकने के लिए जिम्मेदारी तय की जाए।
उन्होंने दो टूक कहा कि अगर कोई किसान पराली या फसल अवशेष जलाते पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पराली प्रबंधन से संबंधित सभी योजनाओं और उपकरणों का लाभ किसानों तक समय पर पहुंचे।
इस दौरान बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनुराग जैन, अपर एसडीएम प्रेम प्रकाश पाण्डेय, डीडीओ बीएन कन्नौजिया, डीडी कृषि संजीव कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी और अन्य लोग मौजूद रहें।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments