बलिया( राष्ट्र की परम्परा)
हल्दी थाना क्षेत्र के निरुपुर ढाला पर दो पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में राहगीर की मौत के बाद पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबितों में दो उप निरीक्षक, एक मुख्य आरक्षी और एक आरक्षी शामिल हैं। मामला लक्ष्मीनारायण चौबे निवासी चैनछपरा और पंकज राय निवासी रैपुरा के बीच चले लंबे विवाद से जुड़ा है। दोनों पक्षों के बीच फरवरी माह में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। बावजूद इसके पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की निरोधात्मक कार्रवाई नहीं की गई। इसी लापरवाही का परिणाम 20 सितंबर 2025 को सामने आया, जब दोनों पक्षों के बीच पुनः विवाद हुआ और गोली चल गई। इस घटना में सुनील यादव पुत्र शिवशंकर यादव, निवासी निरुपुर की मौके पर ही मौत हो गई। घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए। आरोप है कि थाने में पंजीकृत मुकदमों के बावजूद पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई और शांति-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही। इस कर्तव्यहीनता, अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता को गंभीर मानते हुए पुलिस अधीक्षक बलिया ने उपनिरीक्षक रवि वर्मा, उपनिरीक्षक उदय प्रताप सिंह, मुख्य आरक्षी अरविंद यादव और आरक्षी अजय यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई को संदेश के रूप में देखा जा रहा है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, मृतक युवक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है और गांव में शोक का माहौल है।