सामाजिकता सिखाता है समाजशास्त्र : कुलपति प्रो. पूनम टंडन

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में नवप्रवेशी छात्रों के लिए दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विधान परिषद शिक्षक दल के नेता एवं शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी मुख्य अतिथि रहे। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. राजवंत राव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में शिक्षक विधायक एवं समाजशास्त्र विभाग के पूर्व छात्र ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने कहा कि सहजता ही सफलता का मूल मंत्र है। सहज और अहंकाररहित व्यक्तित्व के साथ ही ज्ञान और उपलब्धि प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि कठिन परिश्रम और सरल स्वभाव प्रतिस्पर्धा में विजय दिलाते हैं।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का केंद्र है। शिक्षा केवल ज्ञानार्जन का साधन भर नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने और समाज को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि समाजशास्त्र विषय सामाजिकता का बोध कराता है और यह विद्यार्थियों को समाज की जटिलताओं का समाधान खोजने की दृष्टि प्रदान करता है।
विशिष्ट अतिथि प्रो. राजवंत राव ने उच्च शिक्षा को आत्मसाक्षात्कार का माध्यम बताते हुए कहा कि शिक्षक केवल ज्ञान का संचारक नहीं, बल्कि बोध कराने वाला आचार्य होता है। उन्होंने दीक्षारम्भ कार्यक्रम को भारतीय ज्ञान परंपरा से जोड़ते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
विभागाध्यक्ष प्रो. अनुराग द्विवेदी ने स्वागत भाषण में कहा कि दीक्षारम्भ केवल औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि ज्ञान यात्रा का प्रारम्भ है। यह विद्यार्थियों को आत्मबोध और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
दीक्षारम्भ कार्यक्रम के दौरान शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने अपनी विधायक निधि से समाजशास्त्र विभाग के भवन निर्माण एवं अधोसंरचना विकास में सहयोग देने का आश्वासन दिया। उनका यह संकल्प विभाग के प्रति आत्मीयता और जुड़ाव का प्रतीक है तथा इससे विभागीय शैक्षणिक वातावरण को और सुदृढ़ बनाने की संभावना है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनीष पांडेय ने किया तथा आभार ज्ञापन डॉ. दीपेन्द्र मोहन सिंह ने व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रो. संगीता पांडेय, प्रो. सुभी धुसिया, प्रो. अंजू, डॉ. प्रकाश प्रियदर्शी, डॉ. पवन कुमार, प्रो. धनंजय कुमार, डॉ. अमित उपाध्याय, डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी, डॉ. अजय त्रिपाठी एवं डॉ. आलोक त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।