
कुशीनगर (राष्ट्र की परम्परा)। यूवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के तहत सोमवार को विकास भवन सभागार, कुशीनगर में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती गुंजन द्विवेदी द्वारा किया गया। इस योजना के अंतर्गत युवाओं को बिना ब्याज और बिना गारंटी के ₹5 लाख तक का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। जनपद कुशीनगर को वर्ष 2025-26 हेतु इस योजना के अंतर्गत 1700 लाभार्थियों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।कार्यशाला में योजना की प्रमुख जानकारियाँ जैसे प्रोजेक्ट तैयार करना, कोटेशन एकत्र करना, मशीन सप्लायर की जानकारी, ‘बिजनेस ऑन व्हील’ व ‘क्लाउड किचन’ मॉडल, और ऑनलाइन आवेदन में आ रही समस्याओं के समाधान पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर ‘समाधान टीम’ द्वारा दिया गया।दूसरे सत्र में बैंकों के प्रतिनिधियों एवं जिला उद्योग प्रोत्साहन केन्द्र की टीम द्वारा योजनाओं से संबंधित शंकाओं का समाधान किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस योजना का लाभ लेकर रोजगार मांगने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें और प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सहभागी बनें।उपायुक्त उद्योग अभय कुमार सुमन* ने बैंकों से प्राप्त आवेदनों का शीघ्र एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने की अपील की।इस अवसर पर * संतोष कुमार*, अग्रणी जिला प्रबंधक, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, *जिला समन्वयक बैंक*, *प्रधानाचार्य आईटीआई*, *आरसेटी*, *कौशल विकास मिशन* सहित बड़ी संख्या में युवा प्रतिभागी उपस्थित रहे।
लखनऊ से आए विशेषज्ञ डॉ. अमित सिन्हा, हेड ट्रेनर, एवं अमन कुमार, क्षेत्रीय संयोजक द्वारा योजना पर विशेष प्रस्तुति दी गई। इसके साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक, कुशीनगर के प्रधानाचार्य, उद्यमी संगठन के अध्यक्ष, सीएम युवा फेलो, जिला प्रबंधक रैम्प, एनआरएलएम के अधिकारीगण तथा अन्य विभागीय प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।यह कार्यशाला युवाओं के भविष्य को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सराहनीय पहल साबित हुई।
