कूट रचित दस्तावेजों के सहारे हड़प ली शादी अनुदान की राशि, जांच में खुलासा - राष्ट्र की परम्परा
August 18, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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कूट रचित दस्तावेजों के सहारे हड़प ली शादी अनुदान की राशि, जांच में खुलासा

फर्जीवाड़े का पर्दाफाश, विभाग ने एक सप्ताह में रिकवरी का आदेश दिया

अयोध्या (राष्ट्र की परम्परा)। शादी अनुदान योजना के तहत सरकारी धन की धोखाधड़ी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कूट रचित अभिलेखों के माध्यम से एक महिला द्वारा ₹20,000 की अनुदान राशि हड़पने का मामला उजागर हुआ है। शिकायत की जांच के बाद दोषी पाए जाने पर विभाग ने तत्काल नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के भीतर रकम की वसूली का निर्देश दिया है।

प्रकरण अयोध्या जनपद के पलिया रिसाली के हनुमत नगर बाजार निवासी मूलचंद गुप्ता पुत्र स्व. शत्रुघ्न प्रसाद गुप्ता से जुड़ा है, जिनका विवाह 22 अप्रैल 2021 को पूरा बाजार, जलालुद्दीन नगर की दिव्या कसौधन से हुआ था। विवाह के एक महीने के भीतर ही दोनों के बीच संबंध टूट गए और न्यायालय में कई वाद दायर हुए।

इस प्रकरण में मूलचंद के बड़े भाई मानचंद गुप्ता ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को एक शिकायती पत्र दिया, जिसमें आरोप लगाया कि दिव्या कसौधन ने शादी की तारीख बदलकर 22 मई 2021 दर्शाई और फर्जी विवाह कार्ड प्रस्तुत कर शादी अनुदान योजना के तहत ₹20,000 की राशि प्राप्त कर ली। शिकायत में यह भी बताया गया कि विवाह के समय से ही मूलचंद गुप्ता उत्तर प्रदेश सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, बावजूद इसके, योजनानुसार अपात्र होने के बावजूद धनराशि ली गई।

शिकायत 2 जुलाई 2025 को प्राप्त होने के बाद जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने जांच कराई, जिसमें दिव्या कसौधन अपात्र पाई गई और प्रस्तुत दस्तावेज फर्जी साबित हुए। इसके आधार पर विभाग ने दिव्या की माता किरन कसौधन पत्नी स्व. फूलचंद कसौधन के नाम नोटिस जारी कर एक सप्ताह में राशि की रिकवरी का आदेश दिया है।

शिकायतकर्ता मानचंद गुप्ता ने विभाग से फर्जी अभिलेखों के जरिए सरकारी धन हड़पने के इस प्रकरण में साजिश रचने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की भी मांग की है। मामले ने विभागीय कार्यप्रणाली और विवाह अनुदान योजना की निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।