बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
स्मार्ट मीटर की स्थापना को बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए किया गया था, लेकिन मनियर नगर पंचायत में यह उपभोक्ताओं के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। चांदूपाकड़ मोहल्ले में दर्जनों उपभोक्ताओं को पिछले कुछ महीनों से गड़बड़ और असामान्य बिल भेजे जा रहे हैं। कहीं 2 किलोवॉट के कनेक्शन पर 7 हजार रुपये का बिल आ रहा है, तो कहीं सोलर पैनल लगवाने के बावजूद हजारों रुपये का बकाया दिखाया जा रहा है।
बिलिंग सिस्टम में गड़बड़ी
स्थानीय निवासी मनोज गुप्ता ने बताया कि उनका मासिक बिल कभी 400-500 रुपये आता था, लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद अचानक 7 हजार का बिल थमा दिया गया। इसी तरह मोहल्ले के कई उपभोक्ता बिजली विभाग के दफ्तर का चक्कर काटने को मजबूर हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि स्मार्ट मीटर का रीडिंग सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया है।
सोलर पैनल का फायदा भी नहीं
चांदूपाकड़ के कई घरों में 5 किलोवॉट तक के सोलर पैनल लगाए गए हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं का दावा है कि उनका बिजली उपभोग नगण्य है। बावजूद इसके विभाग की ओर से मनमाने बिल भेजे जा रहे हैं। “हमने अपनी बिजली खपत कम करने के लिए सोलर सिस्टम लगाया था, लेकिन विभाग के बिल देखकर लगता है जैसे हमने कोई फायदा नहीं उठाया,” एक उपभोक्ता ने कहा।
विधायक से उपभोक्ताओं की गुहार
गुरुवार को आक्रोशित उपभोक्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक केतकी सिंह से मुलाकात की और गलत बिलों की शिकायत दर्ज कराई। उपभोक्ताओं ने कहा कि यदि जल्द ही जांच कर बिलों की त्रुटियां नहीं सुधारी गईं, तो वे सामूहिक आंदोलन करने को बाध्य होंगे। विधायक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विभागीय अधिकारियों से बातचीत करने का आश्वासन दिया।
विभागीय चुप्पी पर सवाल
बिजली विभाग के अधिकारी इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। उपभोक्ताओं का आरोप है कि विभाग की लापरवाही के चलते स्मार्ट मीटर का फायदा उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा। अब देखने वाली बात होगी कि विभाग उपभोक्ताओं की इस परेशानी को कब तक हल करता है।
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