
भदोही (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)।
जनपद भदोही में भूमि विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। शहर क्षेत्र में स्थित एक जमीन पर कथित रूप से जबरन कब्जा करने की कोशिश और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने के मामले में दलित समाज के छह लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई पीड़ित की शिकायत के आधार पर की गई है, जिसमें अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अधिनियम के दुरुपयोग की आशंका जताई गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि वह अपनी पुश्तैनी जमीन पर कार्य करा रहा था, तभी आरोपितों ने मौके पर पहुंचकर न सिर्फ काम रुकवाया बल्कि जबरन कब्जा करने की कोशिश की। जब पीड़ित ने विरोध किया, तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई और साथ ही यह भी कहा गया कि अगर उसने कोई कानूनी कार्रवाई की, तो उसे एससी/एसटी एक्ट के तहत झूठे मामले में फंसा दिया जाएगा।
इस घटना के संबंध में पीड़ित द्वारा स्थानीय थाने में शिकायत दी गई, जिस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने छह नामजद आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला पंजीकृत कर लिया है। इनमें आपराधिक धमकी, जबरन कब्जा, षड्यंत्र रचना सहित अन्य गंभीर धाराएं शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और सभी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। वहीं, दलित समुदाय से जुड़े संगठनों ने इस प्राथमिकी को लेकर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि कानून का दुरुपयोग भी उतना ही घातक है जितना कि कानून का उल्लंघन।
स्थानीय स्तर पर यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर जहां पीड़ित न्याय की मांग कर रहा है, वहीं दूसरी ओर समुदाय विशेष से जुड़े लोग इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं, ताकि कोई भी निर्दोष व्यक्ति कानून की चपेट में न आए और दोषियों को सज़ा मिले।
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