
पुलिस टीम को पच्चीस हजार रुपए का पुरस्कार की घोषणा
एस एच ओ ने कहा कि पुरस्कार मिलता नहीं है
गौतमबुद्ध नगर (राष्ट्र की परम्परा)। नोएडा पुलिस ने उड़ीसा से रेलवे के माध्यम से बैटरी के इन्वर्टर के डब्बे में पैक कर गांजा की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है और इस संबंध में चार अभियुक्तो धर दबोचा है। बरामद गांजा की कीमत तीस लाख रुपए बताई जा रही है। लेकिन एक मजेदार वाक्या यह हुआ कि जब प्रेसवार्ता के दौरान डीसीपी ने गाजा बरामद करने वाली पुलिस टीम को पच्चीस हजार रुपए इनाम की घोषणा की तो वहां पर उपस्थित एस एच ओ ने तड़ से जबाब दे दिया कि केवल घोषणा होती है पुरस्कार नहीं मिलता है।
सोमवार को डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बड़ा पार्क निम्मी बिहार के सामने, सेक्टर-88, गौतमबुद्धनगर से अवैध गाँजे की तस्करी करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और अभियुक्तों के कब्जे से 108 किलोग्राम अवैध गाँजा कीमत 25 से 30 लाख रूपये बरामद किया गया है।
उन्होंने बताया कि अभियुक्तों द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि यह गांजा उड़ीसा के रहने वाले एक व्यक्ति से रेलमार्ग के माध्यम से इनवर्टर की खाली बाड़ी में छिपाकर लाते है, जिससे किसी को शक न हो। वह लोग गांजे को एनसीआर क्षेत्र में घुम-फिर कर नशे के आदी लोगो को बेचते है।
इसी सम्बन्ध में एडीसीपी हृदयेश कुमार कठेरिया ने कहा कि गिरफ्तार अभियुक्त अब्दुल्ला पुत्र शहजाद जहाज निवासी वैसरेड़ी, थाना छपार, जिला मुजफ्फरनगर उम्र करीब 20 वर्ष, शिक्षा-अशिक्षित।
सोवान पुत्र शमशाद निवासी बैसरेड़ी, थाना छपार, जिला मुज़फ्फ़रनगर उम्र करीब 19 वर्ष, शिक्षा कक्षा-5 तक।
-शाबान हसन पुत्र आमिर हसन निवासी महमूदनगर, थाना कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर उम्र करीब 20 वर्ष शिक्षा कक्षा-8 तक और समीर हसन पुत्र दिलशाद निवासी महमूद नगर, थाना कोतवाली नगर, जनपद मुज़फ्फ़नगर उम्र करीब 20 वर्ष शिक्षा कक्षा-8 तक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
इस मामले में मजेदार बात यह रही कि जब थाना फेज 2 के एस एच ओ विंध्याचल तिवारी व उनकी टीम को डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी के द्वारा पच्चीस हजार रुपए पुरस्कार की घोषणा की गई तो इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित एस एच ओ श्री तिवारी ने यह कह दिया कि पुरस्कार की घोषणा तो हो जाती है लेकिन वह मिलती नहीं है ।
इस पर वहां उपस्थित सभी पत्रकार हंसने लगे लेकिन तभी डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि पुरस्कारों के भुगतान के संबंध में डीजीपी को पत्र लिखा गया है और शीघ्र ही भुगतान हो जाएगा।
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