June 22, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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आलोक कुमार ने स्वर्ण पदक जीतकर किया जिले का नाम रोशन

देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)
श्रीनेत ग्लोबल स्कूल के आलोक कुमार ने राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।

हरिद्वार में चल रही तीसरी आरके ओपन राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में श्रीनेत ग्लोबल स्कूल, कन्हौली (देवरिया) के छात्र आलोक कुमार ने अंडर-10 रिकर्व श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतकर जनपद का नाम रोशन किया।

आलोक, जो कि देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के निवासी हैं, ने 20 मीटर की दूरी पर 342 अंक अर्जित करते हुए क्वालिफिकेशन राउंड में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।

क्वार्टर फाइनल में उन्होंने देविक को 6–0 से व सेमीफाइनल में मनन को 6–0 से तथा फाइनल में तमिलनाडु के आर.एन. शिवा को 7–3 से पराजित किया।
एसएसएआईटी–एसबीआईएफ एसीई तीरंदाजी अकादमी, कन्हौली के एक अन्य प्रतिभाशाली तीरंदाज तन्मय सिंघटिया ने भी शानदार प्रदर्शन किया।
उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में 649 अंक प्राप्त कर पहला स्थान हासिल किया।

एलिमिनेशन राउंड में जतिन को 6–0 से हराया। लेकिन फाइनल में हरियाणा के लरीतारा से 5–7 अंकों से मामूली अंतर से पराजित हो गए।

इस 5 दिवसीय राष्ट्रीय आयोजन में देशभर के 12 राज्यों से 200 से अधिक तीरंदाजों ने भाग लिया।

देवरिया जिला तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष रूपक और सचिव व पूर्व ओलंपियन संजीव सिंह (अर्जुन व द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त) ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा की शुरुआती वर्षों में हमारा ध्यान जीत से अधिक तकनीक के विकास पर था। आने वाले 2–3 वर्षों में जब खिलाड़ी वैज्ञानिक ढंग से प्रशिक्षित तकनीकों में दक्ष हो जाएंगे, तब इसका परिणाम पदकों के रूप में सामने आएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि श्रीनेत ग्लोबल स्कूल के 10000 घंटे के अतिरिक्त अभ्यास मॉडल से प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ी निश्चित रूप से भविष्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल करेंगे।

एसएसएआईटी का उद्देश्य अपने प्रमुख भागीदारों –

एसबीआईएफ, इंडियन ऑयल और ओएनजीसी के सहयोग से ग्रामीण प्रतिभाओं को तराशना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक दिलाना है।

उल्लेखनीय है कि लव कुश तीरंदाजी केंद्र, कन्हौली का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा द्वारा 30 जनवरी 2025 को किया गया था।