
देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। जिले में तितली संघरक्षिणी आंगनबाड़ी परिवर्तन कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के लिए आयोजित सात दिवसीय पूर्व-प्राथमिक शिक्षा (ईसीसीई) प्रशिक्षण के पहले बैच का समापन हुआ। यह प्रशिक्षण सत्र 10 जून से 17 जून तक आयोजित हुआ।प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को भाषा कौशल, संकल्पना निर्माण, कहानी निर्माण एवं कठपुतली के माध्यम से शिक्षण की विधियाँ सिखाई गईं। इसके साथ ही गणितीय अधिगम के विभिन्न चरणों, कम लागत/शून्य लागत शैक्षिक सामग्री तैयार करने के व्यावहारिक तरीकों पर भी गहन चर्चा की गई। तीसरे दिन से लेकर छठे दिन तक प्रशिक्षण में उत्साहवर्धक गतिविधियों के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु आंगनबाड़ी केंद्रों को अधिक प्रभावशाली कैसे बनाया जाए, इस पर विशेष ध्यान दिया गया। छठे दिन कार्यक्रम का उद्घाटन गांधी विकास भवन के में सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रत्युष पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी आदीश मिश्रा, बाल विकास परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षिकाएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं उपस्थित रहीं। तितली संस्था का लक्ष्य जिले की 750 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर उन्हें मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार करना है, ताकि वे आगे और कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर सकें एवं अपने केंद्रों पर बच्चों का आकलन प्रभावी रूप से कर सकें। यह पहल न केवल बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि आंगनबाड़ी महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका में सशक्त बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण है।
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