वॉशिंगटन (राष्ट्र की परम्परा)। अमेरिका के न्याय विभाग (Department of Justice – DOJ) की आधिकारिक वेबसाइट से जेफरी एपस्टीन से जुड़े 16 अहम दस्तावेज अचानक गायब हो जाने से राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। इन लापता फाइलों में एक ऐसी फोटो भी शामिल थी, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, जेफरी एपस्टीन और उसकी सहयोगी घिस्लेन मैक्सवेल साथ नजर आ रहे थे।
जानकारी के अनुसार, ये दस्तावेज हाल ही में सार्वजनिक किए गए थे, लेकिन 24 घंटे से भी कम समय में वेबसाइट से हटा दिए गए। इस पूरे मामले पर न तो न्याय विभाग ने कोई आधिकारिक बयान जारी किया है और न ही यह स्पष्ट किया है कि फाइलें जानबूझकर हटाई गईं या तकनीकी कारणों से गायब हुईं।
कौन-कौन से दस्तावेज हुए गायब
गायब हुई फाइलों में
• निर्वस्त्र महिलाओं की पेंटिंग्स की तस्वीरें
• फर्नीचर और दराजों में रखे गए चित्रों का संग्रह
• ट्रंप, एपस्टीन, मेलानिया ट्रंप और घिस्लेन मैक्सवेल की साझा तस्वीर
जैसे संवेदनशील दस्तावेज शामिल बताए जा रहे हैं।
इन फाइलों के अचानक हटने से सोशल मीडिया पर अटकलें तेज हो गई हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर किसे बचाने के लिए ये दस्तावेज हटाए गए।
डेमोक्रेट सांसदों का हमला
संसद की निगरानी समिति के डेमोक्रेट सदस्यों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर DOJ को घेरते हुए लिखा—
“और क्या-क्या छिपाया जा रहा है? अमेरिकी जनता को पारदर्शिता चाहिए।”
पहले से उठ रहे थे सवाल
यह विवाद ऐसे समय सामने आया है, जब हाल ही में लागू कानून के तहत एपस्टीन से जुड़े कई दस्तावेज सार्वजनिक किए गए थे। हालांकि, इन दस्तावेजों में
• एफबीआई द्वारा पीड़ितों के इंटरव्यू
• अभियोजकों की आंतरिक टिप्पणिया
• यह जानकारी कि एपस्टीन को हल्की सजा क्यों दी गई
जैसे सबसे अहम रिकॉर्ड शामिल नहीं थे।
इस वजह से यह अब भी साफ नहीं हो पाया कि वर्षों तक एपस्टीन के खिलाफ गंभीर आरोपों के बावजूद संघीय एजेंसियों ने कड़े कदम क्यों नहीं उठाए।
बड़े नाम, लेकिन सीमित जानकारी
जारी दस्तावेजों में ब्रिटेन के पूर्व राजकुमार प्रिंस एंड्रयू समेत कई बड़े नामों का उल्लेख तो है, लेकिन उनके संबंध में बहुत सीमित जानकारी दी गई है। इससे यह सवाल और गहरा गया है कि
• किन लोगों की वास्तव में जांच हुई
• और किन प्रभावशाली लोगों को नजरअंदाज किया गया
नई जानकारियों में 1996 की एक शिकायत का जिक्र भी था, जिसमें एपस्टीन पर बच्चों की तस्वीरें चुराने का आरोप लगाया गया था, साथ ही यह भी सामने आया कि 2000 के दशक में DOJ ने संघीय मुकदमे से पीछे हटने का फैसला किया था।
पारदर्शिता पर सवाल
DOJ वेबसाइट से फाइलों का यूं गायब होना न्यायिक पारदर्शिता और सरकारी जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जब तक न्याय विभाग इस मामले पर स्पष्ट जवाब नहीं देता, तब तक एपस्टीन केस और उससे जुड़े प्रभावशाली नामों को लेकर संदेह बना रहेगा।
