(राष्ट्र की परम्परा डेस्क)
अमेरिका में 120 ईरानी घुसपैठिए पकड़े गए
अमेरिका ने अवैध रूप से सीमा पार कर देश में दाखिल हुए 120 ईरानी नागरिकों को हिरासत में लिया है। ईरान के सरकारी टीवी के अनुसार, अमेरिका-ईरान समझौते के तहत करीब 400 ईरानी स्वदेश लौटेंगे। पहला जत्था अगले 1-2 दिनों में तेहरान पहुंचेगा।
जर्मनी: चीन के लिए जासूसी पर पूर्व सहायक को जेल
जर्मनी की दक्षिणपंथी पार्टी AFD (Alternative for Germany) के शीर्ष नेता के पूर्व सहायक को चीन की खुफिया एजेंसियों को सूचना देने के आरोप में 5 साल जेल की सजा सुनाई गई। अभियुक्त की पहचान जियान जी के रूप में हुई है, जिसने पूर्व सांसद मैक्सिमिलियन क्राह के साथ रहते हुए यूरोपीय संसद की जानकारी चीन को सौंपी थी।
नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन विस्फोट: एक और यूक्रेनी गिरफ्तार
पोलैंड पुलिस ने नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन विस्फोट (2022) मामले में एक और यूक्रेनी नागरिक को गिरफ्तार किया। इससे पहले अगस्त में इटली में एक संदिग्ध पकड़ा गया था। विस्फोट से रूस और जर्मनी के बीच पाइपलाइन को भारी नुकसान पहुंचा था।
गैबोन चुनाव: राष्ट्रपति न्गुएमा की पार्टी को बढ़त
मध्य अफ्रीकी देश गैबोन में संसदीय चुनावों में राष्ट्रपति ब्राइस क्लोटेयर ओलिगी न्गुएमा की पार्टी UDB (Democratic Union of Builders) ने सबसे ज्यादा 55 सीटें जीतीं। पूर्व राष्ट्रपति अली बोंगो की पार्टी PDG को सिर्फ 3 सीटें मिलीं। शेष 77 सीटों के लिए 11 अक्टूबर को दूसरा चरण होगा।
पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा में धमाके, 9 की मौत
पाकिस्तान के दक्षिण वज़ीरिस्तान जिले में दो अलग-अलग धमाकों में 9 लोगों की मौत हो गई। पहले हादसे में सड़क पर बम विस्फोट से 5 ग्रामीण मारे गए। दूसरी घटना में 4 आतंकी IED लगाते समय धमाके में मारे गए, जिनमें कमांडर यार मुहम्मद मुस्लिम भी शामिल था।
फ्रांस: दक्षिण अफ्रीकी राजदूत मृत पाए गए
फ्रांस के पेरिस में दक्षिण अफ्रीका के राजदूत इमैनुएल नकोसिनाथी मथेथ्वा (नाथी मथेथ्वा) का शव एक लक्ज़री होटल से बरामद हुआ। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की आशंका जताई गई है। राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया।
शिकागो में सैनिक तैनात करने की तैयारी
शिकागो में फेडरल एजेंटों की गिरफ्तारी और छापों के कारण तनाव बढ़ गया है। इलिनोइस के गवर्नर जेबी प्रिट्ज़कर ने कहा कि स्थिति संभालने के लिए 100 सैनिक तैनात किए जा सकते हैं। लातिनो समुदाय ने इस कार्रवाई को नस्लीय भेदभाव करार दिया।
फाइजर घटाएगी दवाओं की कीमत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 100% दवा आयात टैरिफ लागू होने से पहले फाइजर ने घोषणा की कि वह सभी मेडिकेड प्रोग्राम की दवाओं की कीमतें घटाएगी। व्हाइट हाउस जल्द ही “TrumpRx” नाम की डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर वेबसाइट लॉन्च करेगा, जहां दवाइयाँ सीधे उपभोक्ताओं को मिलेंगी।