🌞जब अमावस्या की नीरवता पीछे छूटती है और प्रतिपदा का नवप्रभात आकाश में उजास फैलाता है, तब नया आरंभ, नई ऊर्जा और शुभ कार्यों का संकेत मिलता है। 22 अक्टूबर 2025 का दिन पंचांग के अनुसार विशेष आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व रखता है। यह दिन दीपावली के उपरांत गोवर्धन पूजा और अन्नकूट उत्सव की पावन बेला के निकट है — जो मानव और प्रकृति के संतुलन का प्रतीक है।
🕉️ 22 अक्टूबर 2025 का पंचांग (बुधवार)
विवरण जानकारी
दिनांक 22 अक्टूबर 2025 (बुधवार)
हिन्दू मास और पक्ष कार्तिक माह, शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा
तिथि प्रतिपदा – 8:17 PM तक, तत्पश्चात द्वितीया
नक्षत्र स्वाति नक्षत्र – 1:51 AM (23 अक्टूबर) तक, तत्पश्चात विशाखा
योग प्रीति योग – 3:16 AM तक, तत्पश्चात आयुष्मान योग
करण किस्तुघ्न – 7:04 AM तक, तत्पश्चात बव
वार बुधवार
विक्रम संवत 2082 (कालयुक्त संवत्सर)
शक संवत 1947 (विश्वावसु संवत्सर)
चन्द्र मास अमांत — आश्विन, पूर्णिमांत — कार्तिक
ऋतु शरद ऋतु
अयन दक्षिणायन
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☀️ सूर्य और चंद्र ग्रहणीय विवरण घटना समय
सूर्योदय 6:31 AM
सूर्यास्त 5:51 PM
चन्द्रोदय 7:09 AM
चन्द्रास्त 6:32 PM
सूर्य राशि तुला राशि
चन्द्र राशि तुला राशि
🌕 तुला राशि में चंद्रमा का संचार — यह दिन संतुलन, सौंदर्य, सौहार्द और कूटनीति का प्रतीक रहेगा।
व्यवसायिक लेन-देन और नए संबंधों की शुरुआत के लिए अनुकूल समय।
🕰️ शुभ और अशुभ काल
काल समय
अभिजीत मुहूर्त 11:47 AM – 12:33 PM
ब्रह्म मुहूर्त 04:55 AM – 05:43 AM
अमृत काल 02:58 PM – 04:45 PM
राहुकाल 12:11 PM – 1:36 PM
यमगंड 7:55 AM – 9:20 AM
कुलिक काल 10:46 AM – 12:11 PM
दुर्मुहूर्त 09:30 AM – 10:18 AM, 10:56 PM – 11:46 PM
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🔔 विशेष सुझाव:
राहुकाल और यमगंड काल में कोई भी नया कार्य, लेन-देन, यात्रा या शुभारंभ न करें।
अभिजीत मुहूर्त में किया गया कार्य सिद्धि की ओर अग्रसर होता है।
🌺 आज के व्रत, त्यौहार और पर्व
पर्व / व्रत महत्व
गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की स्मृति में अन्नकूट उत्सव का आयोजन।
अन्नकूट महोत्सव प्रकृति, अन्न और पशुधन के प्रति कृतज्ञता का पर्व।
प्रतिपदा श्राद्ध/दान पुण्य नई प्रतिपदा पर दान, दीपदान और अन्नदान से पुण्य की प्राप्ति होती है।
💫 आनन्दादि योग व परिणाम योग नाम प्रभाव
ध्वजा योग (केतु) विजय, उत्साह, और मान-सम्मान की प्राप्ति का योग।
प्रीति योग प्रेम, मधुरता और शांति का प्रतीक।
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🌿 आज के विशेष उपाय
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