महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत भिसवां में इन दिनों भक्ति, अध्यात्म और सनातन संस्कृति का अद्भुत समागम देखने को मिल रहा है। ग्राम निवासी कथा परीक्षित भगवंत यादव एवं विमला यादव के निवास पर चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
भक्ति-रस में डूबे लोग कथा व्यास की अमृतमयी वाणी सुनकर आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त कर रहे हैं।
कथा प्रवचन का संचालन प्रसिद्ध वेदव्यास अनिल पांडेय द्वारा किया जा रहा है। उनकी तेजस्वी और भावपूर्ण कथावाचना श्रोताओं को धर्म, भक्ति और जीवन मूल्यों की गहराइयों से जोड़ रही है। कथा के दौरान उन्होंने तुलसीदास की प्रसिद्ध चौपाई—
एक घड़ी आधो घड़ी, आधो में पुनि आध।
तुलसी संगत साधु की, हरे कोटि अपराध॥
का भावार्थ समझाते हुए कहा कि संत-संगति और भागवत श्रवण मनुष्य के असंख्य जन्मों के पापों का नाश कर मन को निर्मल बनाता है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा केवल शास्त्र नहीं, बल्कि जीवन को संस्कारित करने का पथ है, जो मनुष्य के भीतर सत्य, प्रेम और सदाचार की जड़ों को मजबूत करता है।
आयोजक कथा परीक्षित भगवंत यादव एवं विमला यादव ने बताया कि यह आयोजन न केवल परिवार, बल्कि पूरे ग्राम समुदाय के आध्यात्मिक उत्थान के उद्देश्य से किया जा रहा है। दूर-दराज से आ रहे श्रद्धालु यहां पहुंच कर कथा का श्रवण कर स्वयं को धन्य महसूस कर रहे हैं।
भिसवां गांव इन दिनों हरि नाम, कीर्तन और भागवत महिमा से सराबोर है। वातावरण में ऐसी आध्यात्मिक शक्ति व्याप्त है कि हर आगंतुक स्वयं को शांत, समृद्ध और भगवान के प्रति अधिक समर्पित अनुभव कर रहा है।
कथा के माध्यम से गांव में सनातन संस्कृति, भक्ति और सद्कर्मों के प्रति आस्था और अधिक प्रगाढ़ हो उठी है।
भिसवां में भागवत कथा की दिव्य गूंज, संत-संगति ने बदला गांव का आध्यात्मिक वातावरण
RELATED ARTICLES
