देवरिया, (राष्ट्र की परम्परा)
शिक्षा विभाग एवं अटल इनोवेशन मिशन के संयुक्त तत्वावधान में देशभर में आयोजित ‘विकसित भारत बिल्डथॉन-2025’ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सोमवार को देवरिया क्लब में किया गया। इस अवसर पर जनपद के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं गणमान्य नागरिकों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के प्रेरणादायक संबोधन से हुआ। उन्होंने चयनित विद्यार्थियों को नवाचार, रचनात्मकता और विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। वहीं, प्रधानमंत्री के संदेश में विद्यार्थियों से ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘समृद्ध भारत’ के विचारों को अपने नवाचारों में शामिल करने का आग्रह किया गया।
स्थानीय कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं और नवाचार आधारित मॉडल प्रदर्शित किए। इनमें सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई प्रणाली, जल संरक्षण हेतु स्वचालित यंत्र, तथा स्थानीय उत्पादों के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म जैसे अभिनव विचार प्रमुख रहे।
मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पं. गिरीश नारायण तिवारी ने कहा कि देवरिया के छात्र जिस उत्साह और नवाचार भावना के साथ ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने में जुटे हैं, वह अत्यंत प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच और आत्मनिर्भरता की भावना को सशक्त करेगा।
विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय ने कहा कि आज के बच्चे केवल विद्यार्थी नहीं, बल्कि भविष्य के भारत के इनोवेटर हैं। ऐसे आयोजन उन्हें देश की वास्तविक समस्याओं को समझने और उनके समाधान विकसित करने की दिशा में प्रेरित करते हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने कहा कि हमारा समाज कृषि प्रधान है, इसलिए कृषि क्षेत्र में नवाचार और ‘वोकल फॉर लोकल’ की भावना को बढ़ावा देना आवश्यक है। ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को नई दिशा और प्रेरणा प्रदान करते हैं।
कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी देवमुनि वर्मा, पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अरविंद वैश्य, उप कृषि निदेशक सुभाष मौर्य, जिला उद्योग अधिकारी एस. सिद्दीकी, भूमि संरक्षण अधिकारी एवं जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) ज्ञानेंद्र सिंह सहित अनेक विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
नवाचार प्रस्तुत करने वाले विद्यालयों में अंजुमन इस्लामिया इंटर कॉलेज, शिशु मॉन्टेसरी टाउनहाल, महाराणा प्रताप विद्यालय, विवेकानंद विद्यालय, कंपोजिट स्कूल मुकुंदपुर तथा कंपोजिट विद्यालय देवपुर के छात्र-छात्राएँ एवं शिक्षकगण प्रमुख रूप से सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आलोक पांडेय ने सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने और भारत को नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की प्रेरणा देगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव के नेतृत्व में यह कार्यक्रम जनपद के सभी विकास खंडों एवं विद्यालयों में ऑनलाइन आईसीटी लैब और स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से भी देखा गया।