कीव/वॉशिंगटन (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका के नेतृत्व में तैयार किए जा रहे संभावित शांति फ्रेमवर्क पर यूक्रेन ने बड़ा बयान दिया है। राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन अमेरिका के साथ विवादित मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है, और वह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सीधे मुलाकात के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया में यूरोप के सहयोगियों को शामिल करना जरूरी है ताकि किसी भी समझौते की दीर्घकालिक विश्वसनीयता सुनिश्चित हो सके।
जेलेंस्की बोले – “पीठ पीछे फैसले होंगे तो जोखिम बढ़ेगा”
जेलेंस्की ने कहा:
“यूक्रेन से जुड़े सुरक्षा फैसलों में यूक्रेन का शामिल होना अनिवार्य है। इसी तरह यूरोप की सुरक्षा पर फैसलों में यूरोप को शामिल किया जाना चाहिए। जब भी किसी देश की पीठ पीछे समझौते किए जाते हैं, तो उनके असफल होने का खतरा बढ़ जाता है। फ्रेमवर्क मौजूद है, और हम राष्ट्रपति ट्रंप के साथ व्यक्तिगत मुलाकात के लिए तैयार हैं।”
ट्रंप ने कहा – ‘पीस प्लान को अंतिम ब्लूप्रिंट न समझें’
डोनाल्ड ट्रंप कई बार युद्ध खत्म करने को लेकर डेडलाइन की चेतावनी दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि बातचीत तेज होनी चाहिए और “हर कोई लड़ते-लड़ते थक चुका है।”
ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि 28-पॉइंट पीस प्लान अभी अंतिम मसौदा नहीं है।
सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने बताया कि कुछ विवादित बिंदु अभी भी बाकी हैं। उन्होंने अपने राजदूत स्टीव विटकॉफ को मॉस्को भेजा और आर्मी सेक्रेटरी डैन ड्रिस्कॉल को यूक्रेन के अधिकारियों से मिलने के निर्देश दिए।
ट्रंप ने लिखा:
“मुझे उम्मीद है कि जल्द ही राष्ट्रपति जेलेंस्की और राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात होगी, लेकिन तभी जब युद्ध खत्म करने की डील अंतिम चरण में होगी।”
यूक्रेनी अधिकारी की चेतावनी – ‘इलाके छोड़ने का सवाल सबसे कठिन’
यूक्रेनी डिप्लोमैट ने कहा कि विवाद का सबसे बड़ा मुद्दा इलाके छोड़ने का है। उनका इशारा प्रस्तावित शांति समझौते की उन शर्तों पर था, जिसमें कहा गया है कि यूक्रेन को अपने लगभग 20% कब्जाए गए क्षेत्र को छोड़ना पड़ सकता है।
यह भी प्रस्तावित है कि यूक्रेनी सेना को रोका जाए और यूक्रेन को NATO में शामिल न किया जाए — जिसे रूस सरेंडर के समान मानकर खारिज करता रहा है।
रूस का हमला जारी – कीव में 7 की मौत
शांति वार्ता के बीच रूस ने कीव पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला तेज कर दिया। इसमें 7 लोगों की मौत हो गई और शहर की बिजली व हीटिंग सिस्टम फिर से प्रभावित हुए हैं।
इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख रुस्तम उमरोव ने संकेत दिया कि जेलेंस्की अगले कुछ दिनों में अमेरिका जा सकते हैं, ताकि ट्रंप के साथ शांति समझौते पर अंतिम रूप से बातचीत हो सके। हालांकि अमेरिका ने इस यात्रा की पुष्टि नहीं की है।
रूस का बयान – ‘प्लान में अलास्का चर्चा की भावना दिखनी चाहिए’
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि बदले हुए शांति प्लान में पुतिन और ट्रंप के बीच अलास्का बैठक में बनी समझ की भावना प्रतिबिंबित होनी चाहिए।
