घाघ
नदी तटीय गांव में दहशत प्रशासन ने लगाई नाव
गोला/गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)
घाघरा नदी के जल स्तर में निरन्तर हो रहे बृद्धि से गोला तहसील क्षेत्र के 10 गांव मेरुण्ड बन चुके है ।मेरुण्ड गॉवो में प्रशासन द्वारा कुल 16 नावे लगा दिया गया है।तहसील मुख्यालय के बगल में स्थित बिसरा व नदी तट पर स्थित ग्रामसभा तिरागाव की स्थिति नाजुक बन गयी है।गांव में बाढ़ का पानी घुस आया है ।गांव के लोगो को गाव के बाहर आने जाने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है ।जिससे गांव के लोगो मे दहशत बना हुआ है.
प्राप्त बिबरण केअनुसार बिगत दो दिनों से घाघरा नदी के जल स्तर में हो रही भारी बृद्धि ने नदी तट पर स्थित गावो में तबाही का मंजर ला दिया है।हालांकि तहसील प्रशासन की निगाहें बाढ़ ग्रस्त गांव पर बराबर टिकी हुई है।अब तक कुल दस गांव मेरुण्ड बन चुके है ।तहसील के पश्चिम तरफ कुरावल गांव, पूरब तरफ ज्ञान कोल, कोलखास, बगहा, पटना एतमली, गोरखपुर, कोटिया निरंजन, खडेसरी, नेतवार पट्टी, कोटिया दीप साह ,जहाँ अब तक 16 नावें कार्य कर रही है। वही गोला सरयू तट समीप पर स्थित बिसरा गांव व तिरागाव में बाढ़ का पानी घुस गया है ।तिरागाव के प्रधान सूरज कुमार ने बताया कि लोगो का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।लोग पानी मे चल कर अपनी आवश्यकता को पूरा कर रहे है। घाघरा के जल स्तर में अगर इसी तरह बढोत्तरी होती रही तो जल्द ही पूरा गांव मेरुण्ड बन जायेगा।
इस प्रकरण में तहसीलदार गोला बृजमोहन शुक्ला ने बताया कि राजस्व कर्मी नजर बनाए हुए हैं.जरूरत के अनुसार नाव का इंतजाम किया गया है.
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