गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)।दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी “जिओ-स्पेशियल टेक्नोलॉजी फ़ॉर प्रोमोटिंग सस्टेनेबल डेवलपमेंट” संपन्न। इस संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने जिओ-स्पेशियल टेक्नोलॉजी के महत्व और इसके द्वारा विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करने पर चर्चा की।
संगोष्ठी में दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह, प्रतिकुलपति प्रो शांतनु रस्तोगी, भूगोल विभाग, इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो ऐ आर सिद्दीकी और अन्य विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।
इस संगोष्ठी में लगभग 60 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें जिओ-स्पेशियल टेक्नोलॉजी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। संगोष्ठी का उद्देश्य सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए जिओ-स्पेशियल टेक्नोलॉजी के महत्व को उजागर करना था।
इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो शांतनु रस्तोगी ने कहा कि जिओ-स्पेशियल टेक्नोलॉजी का उपयोग करके हम विकसित भारत 2047 के सपने को साकार कर सकते हैं। उन्होंने इस संगोष्ठी के लिए बधाई और धन्यवाद देते हुए कहा कि यह संगोष्ठी जिओ-स्पेशियल टेक्नोलॉजी के महत्व को उजागर करने में सफल रही है।
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