July 6, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

आजादी में भारत छोड़ो आंदोलन की भूमिका अहम–अरविंद कुमार

नुक्कड़ नाटक देख भाव विभोर हुए लोग

अंग्रेज़ों भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)।
दिग्विजय नाथ इंटरमीडिएट कॉलेज चौक बाजार महराजगंज में राष्ट्रीय कैडेट कोर एवं गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय के राष्ट्रीय कैडेट कोर के संयुक्त तत्वावधान में अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ
देश को आजाद कराने में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पण के साथ हुआ।
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए वरिष्ठ प्रवक्ता
जगदंबिका सिंह ने भारत छोड़ो आंदोलन विषय पर अत्यंत सूक्ष्मता से प्रकाश डाला वहीं विद्यालय के शिक्षक अरविंद कुमार ने भारत छोड़ो आंदोलन की पृष्ठभूमि तथा सफलता दोनों के बीच के तथ्यों को सविस्तार व सारगर्भित रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने विषय का उपस्थापन करते हुए कहा की आजादी एक दिन में नहीं मिली है यह अनवरत संघर्षों का परिणाम है। अंग्रेजों को भारत छोड़ने की तैयारी अट्ठारह सौ सत्तावन का राष्ट्रीय आंदोलन रहा परंतु वह पूरी तरह से सफल नहीं हो सका। आगे चलकर कई बड़े आंदोलन हुए लेकिन फिर भी हम अंग्रेजों को भारत से भगाने में असफल रहे। 8 अगस्त 1942 को अंग्रेज भारत छोड़ो आंदोलन की रूपरेखा तैयार हुई वह आजादी दिलाने में अहम भूमिका का निर्वहन किया ।उन्होंने कहा कि गांधीजी ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया और युसूफ मेहर अली ने भारत छोड़ो आंदोलन का नारा दिया। गांधीजी पूरे देश का भ्रमण कर अंग्रेजों की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानने तथा भारतीय जनमानस को जागरूक करने के लिए प्रतिबद्ध थे। उन्होंने बताया कि अंग्रेजों के प्रत्येक गतिविधियों के बारे में उन्हें जानकारी थी कि वह कैसे भारत को छोड़ेंगे। इसलिए इनकी अगुवाई में पूरी टीम समर्पित थी। इसी क्रम में
डॉ राकेश कुमार तिवारी द्वारा अत्यंत ओजस्वी तथा वीर रस से परिपूर्ण उद्बोधन को प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर कैडेट्स द्वारा भारतीय और अंग्रेजों के संवाद को नुक्कड़ नाटक के रूप में प्रस्तुत किया गया ।कार्यक्रम का संचालन लेफ्टिनेंट शेषनाथ द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के लेफ्टिनेंट डॉ रामपाल यादव लेफ्टिनेंट तुलसी प्रसाद व कैडेट्स साहित तमाम लोग उपस्थित रहे।