April 9, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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ऑटो रिक्शा की सुगमता ने छोटे चौराहों के दुकानदारों की तोड़ी कमर

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)।स्वचालित ऑटो रिक्शा की सुगमता ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित कपड़े के दुकानदारों का बजट बिगाड़ा।
त्योहारों एवं लग्न के समय में जहां एक तरफ बड़े चौराहे के दुकानों और शो रूमों मे खरीदारों की काफी भीड़ देखी जा सकती है तो वही अब छोटे चौराहे के दुकानदार टकटकी लगाकर ग्राहकों का इंतजार करते हुए देखे जा सकते हैं। छोटे चौराहे के दुकानों पर ग्राहकों का कम होने का सबसे बड़ा कारण बैटरी स्वचालित ऑटो रिक्शा की हर एक जगह उपलब्धता को माना जा सकता है।
वैसे तो स्वचालित बैटरी ऑटो रिक्शा की हर एक जगह उपलब्धता से यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा का अनुभव होता है, क्योंकि वे कहीं भी और कभी भी ऑटो रिक्शा का उपयोग कर सकते हैं। इससे यात्रियों को समय की बचत भी होती है, क्योंकि वे अपनी मंजिल तक जल्दी पहुंच जाते हैं। लेकिन यदि दूसरी तरफ देखा जाए तो स्वचालित ऑटो रिक्शा ने छोटे चौराहे के दुकानदारों की विक्री को प्रभावित कर दिया है। क्योंकि वे कम पैसे में यात्रियों को काफी आसानी से छोटे चौराहे विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित चौराहे से बड़े चौराहे पर लेकर जा रहे हैं l इतना ही नहीं स्वचालित बैट्री ऑटो रिक्शा के ड्राइवर यात्रियों को उनके घर से लेकर के चौराहे तक जा रहे हैं और लाकर के छोड़ भी रहे हैं। इस तरह से यात्रियों को काफी सुविधा भी मिल जा रहा है यदि विशेष कर देखा जाए तो महिलाएं जो छोटे चौराहे से खरीदारी कर लेती थी अब बैट्री स्वचालित ऑटो रिक्शा के सुलभता के कारण बड़े चौराहों की दुकानों की और आकर्षित हो रहीं हैं l जिसके कारण छोटे चौराहे के दुकानदारों की विक्री में गिरावट देखी जा सकती है। जिससे कि वे अपने व्यवसाय को बनाए रखने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। विशेष कर यदि देखा जाए तो सबसे बड़ा असर कपड़े की दुकानों पर पड़ रहा है। पकड़ी बिशनपुर चौराहे के कपड़े के दुकानदारों ने बताया कि जहां ईद में हम काफी अच्छा व्यवसाय कर लेते थे लेकिन इस बार काफी संख्या में खरीदारों ने अपनी खरीदारी बड़े चौराहों से किया है l यदि देखा जाए तो सिसवा मुंशी, बरियारपुर, बिशनपुर खुर्द पकड़ी बिशुनपुर पिपरा खादर, जैसे चौराहे के कपड़े के दुकानदारों के वहां खरीदारों की संख्या कुछ कम हुई है।