
लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। प्रदेश सरकार ने शहरी क्षेत्रों में पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए विशेष अभियान की शुरुआत कर दी है। यह अभियान आगामी 10 जनवरी तक चलेगा।
इस दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, सरकारी अस्पताल, राशन की दुकानें और सरकारी कार्यालयों में शिविर लगाकर पात्र लोगों के कार्ड बनाए जाएंगे।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) की पात्रता सूची में 3.48 करोड़ लाभार्थी शामिल हैं। इनमें से अब तक केवल 1.30 करोड़ लोगों के ही आयुष्मान कार्ड बन पाए हैं। यानी 2.18 करोड़ पात्र लाभार्थी अभी भी योजना के लाभ से वंचित हैं। सरकार का लक्ष्य इस अभियान के तहत शेष सभी पात्र लोगों को कार्ड उपलब्ध कराना है।
इसके अलावा 49.74 लाख पात्र गृहस्थी राशन कार्ड परिवार, जिनमें पाँच या उससे अधिक सदस्य हैं, उनके भी आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे।
आयुष्मान कार्ड क्या है?आयुष्मान कार्ड प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जारी एक डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड है। यह कार्ड लाभार्थी को पूरे देश में सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा देता है। योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष ₹5 लाख तक का निःशुल्क इलाज उपलब्ध है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) – मुख्य बातें,शुरूआत – 23 सितंबर 2018,लाभार्थी – 10.74 करोड़ से अधिक गरीब और कमजोर परिवार (लगभग 50 करोड़ लोग),प्रति परिवार प्रति वर्ष – ₹5 लाख तक स्वास्थ्य कवर,सभी पूर्व-मौजूदा बीमारियाँ पहले दिन से कवर,सूचीबद्ध अस्पतालों में कैशलेस इलाज,देशभर में पोर्टेबल कवरेज,गंभीर बीमारियों जैसे हृदय सर्जरी, कैंसर, घुटना प्रत्यारोपण आदि शामिल,पात्रता मानदंड
ग्रामीण क्षेत्रों में: कच्चे मकान में रहने वाले परिवार,जिन परिवारों में 16-59 वर्ष के बीच कोई कमाने वाला सदस्य न हो,भूमिहीन मजदूर एवं अनुसूचित जाति/जनजाति के परिवार
शहरी क्षेत्रों में: घरेलू कामगार, सफाईकर्मी, रिक्शा चालक, रेहड़ी-पटरी वाले, निर्माण मजदूर, मोची आदि
More Stories
पूर्व सैनिकों और आश्रितों के लिए बिहार सरकार की बड़ी पहल, अब ऑनलाइन मिलेंगी सभी योजनाओं का लाभ
डबल मर्डर: धुमनगर में दो युवकों की गोली मारकर हत्या, गांव में दहशत
कठुआ में बादल फटने से चार की मौत, छह घायल