
बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
जनपद में बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं के घरों पर तेजी से स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। विभाग का दावा है कि इससे बिजली व्यवस्था पारदर्शी होगी और बिलिंग की प्रक्रिया सरल व सटीक बनेगी। लेकिन उपभोक्ताओं की शिकायतें और असंतोष भी तेजी से सामने आने लगे हैं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लगे स्मार्ट मीटर के चलते उपभोक्ता अचानक बढ़े हुए बिल से परेशान हैं। कई जगहों पर लोग यह भी कह रहे हैं कि बिना ज्यादा खपत के ही मीटर तेजी से यूनिट दर्ज कर रहा है। वहीं, ऑनलाइन रिचार्ज और प्रीपेड प्रणाली की जटिलताओं को लेकर ग्रामीण उपभोक्ता असहज महसूस कर रहे हैं।
नगर क्षेत्र के कुछ मोहल्लों में लगे स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि पुराने मीटर की तुलना में खपत अधिक दिख रही है। इससे मध्यम वर्गीय परिवारों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने से पहले विभाग को जागरूकता अभियान चलाना चाहिए था ताकि उपभोक्ता इसके प्रयोग और भुगतान की प्रक्रिया को ठीक से समझ सकें। वहीं, बिजली विभाग का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी पर रोक लगेगी और उपभोक्ता को वास्तविक खपत के अनुसार ही भुगतान करना होगा। उपभोक्ता संगठनों ने मांग की है कि विभाग शिकायत निवारण के लिए विशेष हेल्पलाइन और कैंप लगाकर उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान का नतीजा यह है कि जहां स्मार्ट मीटर को आधुनिक तकनीक की बड़ी पहल माना जा रहा है, वहीं उपभोक्ताओं की बढ़ती शिकायतें विभाग के लिए चुनौती साबित हो रही हैं।
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