नई दिल्ली(राष्ट्र की परम्परा)
अखिल भारत हिन्दू महासभा के दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे श्यामा प्रसाद मुखर्जी को देश भर में नमन करते हुए उनके अधूरे सपनों को पूरा करने और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि श्याम प्रसाद मुखर्जी ने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। आज के ही दिन कश्मीर में विधर्मियो और जेहादियों ने उनकी हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की कालजई विचारधारा आज भी उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी प्रासंगिक उनके दौर में थी। उन्होंने कहा कि हिन्दू राष्ट्र निर्माण श्यामा प्रसाद मुखर्जी का अधूरा मिशन है, जिसे हिन्दू महासभा पूरा करने के लिए अभियान चला रही है।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को नमन करते हुए कहा कि स्वतंत्रता मिलने के बाद देश की पहली सरकार में प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने हिन्दू महासभा के प्रतिनिधि के रूप में उन्हे केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल किया था। उन्होंने कहा कि भारतीय जनसंघ की स्थापना श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ सिद्ध हुआ। भारतीय जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी में परिवर्तित होकर देश पर शासन करने का श्यामा प्रसाद मुखर्जी का अधूरा मिशन साकार हुआ।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री ललित अग्रवाल ने जोधपुर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को नमन करते हुए कहा कि उनके बिना भारत का इतिहास अधूरा है। नेहरू गांधी के इशारे पर उन्हे इतिहास लेखन में वो महत्व नहीं मिला, जिसके वो वास्तविक अधिकारी थे। हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनोद कुमार त्रिपाठी ने गोरखपुर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सुमनांजली अर्पित कर देशवासियों से उनकी विचारधारा और नीतियों को आत्मसात करने का आह्वान किया।
महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गीता रानी ने वाराणसी, हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरेश सिंह ने चंबा, राष्ट्रीय प्रचार मंत्री उपेन्द्र पाल सिंह और प्रदेश उपाध्यक्ष दुष्यंत पचौरी ने ने हाथरस में, हिन्दू श्रमिक सभा की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अधिवक्ता डेजी रानी मिश्रा ने बुलंदशहर , हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा ने आगरा, बृज प्रांत अध्यक्ष गोपाल चतुर्वेदी ने मथुरा में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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