
देवरिया/ (राष्ट्र की परम्परा)। स्थानीय खरजरवा स्थित कलिंद इंटरमीडिएट कॉलेज पर डॉ सी वी रमन की जयंती के अवसर पर विज्ञान मेला एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रविंद्र कुमार मुख्य विकास अधिकारी, अध्यक्षता विकेश कुमार उप कृषि निदेशक, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर घनश्याम वर्मा भूमि संरक्षण अधिकारी थे। सर्व प्रथम अतिथि गण ने मां सरस्वती एवं डॉक्टर सीवी रमन के चित्र पर माल्यार्पण के साथ द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुवात की । उसके पश्चात विद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं प्रबंधन आए हुए अतिथि गण को माल्यार्पण कर अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। उसके बाद आए हुए अतिथि गण ने विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए विज्ञान मॉडलों का विधिवत निरीक्षण कर उन्हें शाबाशी दी।

लगभग बनाए गए 40 मॉडलों में बेहतरीन से बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत किए गए ।जिसमें से भोला गोंड द्वारा बनाया गया हाइड्रोलिक ट्राफिक सिस्टम को प्रथम, अनुराग साह द्वारा बनाए गए शोलर सिस्टम को द्वितीय एवं आराध्या सिंह द्वारा बनाए गए फूड सिक्योरिटी अलार्म सिस्टम को तीसरा पुरस्कार तथा जागृति प्रिया आदित्य को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उसके उपरांत विद्यालय में आयोजित रंगोली कार्यक्रम में प्रिंसी ,आयुषी ,आराध्या को प्रथम रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम में अंकूर निगम ,सैउदरहमान, आंचल शर्मा नमृता दुबे को प्रथम तथा जागृति काजल राय , विवेक गोंड अंश सिंह, सैयब को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि हमें डॉ सी वी रमन के संघर्षों से सीख लेने की जरूरत है साथ ही अनुशासन कोअपने जीवन का हिस्सा बनाएं तो निश्चित रूप से जीवन सफल होगा। शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान लेकर पास होने तक सिमित न हो । शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थी के अंदर चौमुखी विकास पर ध्यान होना चाहिए । तभी शिक्षित होना सार्थक होता है। हर विद्यार्थी को प्रारंभ से ही अपना एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और उसी लक्ष्य पर निरंतर प्रयास करने से हमें सफलता अर्जित होती है जिस प्रकार अर्जुन सिर्फ मछली की आंख को ही अपना लक्ष्य बनाया और उसे भेद दिया। उसी प्रकार हमें भी एक उचित लक्ष्य निर्धारित कर उसको प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। यदि हम ऐसा करते हैं तो निश्चित रूप से हमें सफलता मिलेगी।उसी क्रम में कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ घनश्याम वर्मा ने कहा कि यदि विद्यार्थी मन के अंदर ठान लें कि हमें आगे कुछ बनना है तो क्षेत्र बहुत लंबा है हम किसी भी क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं जिस प्रकार एक परिंदे के लिए पूरा आसमान खाली है बस आवश्यकता है एक उड़ान भरने की। उसी प्रकार हमारे लिए भी पूरा क्षेत्र खाली है बस आवश्यकता है एक लक्ष्य बनाने की। उक्त अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उप कृषि निदेशक ने कहा कि ये बच्चे भारत के भविष्य आपको आज से ही राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए जैसे विद्युत की बचत कर ,पानी की बचत कर एवं पर्यावरण सुरक्षा में अपनी भूमिका अदा कर राष्ट्र निर्माण में सहायक हो सकते हैं। उक्त अवसर पर विज्ञान समन्वयक अनिल त्रिपाठी, विज्ञान संचारक उपेंद्र उपाध्याय, कमलेश मिश्रा ने अपने विचार रखें। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य व्यक्ति डॉ जेडहक, संदीप कुमार मल्ल, राम सुमेर पांडे, श्री निवास सिंह, लाल बाबू यादव, अनूप गुप्ता, शीला मिश्रा,उमा मिश्रा, लाल मोहन चौरसिया, आदर्श सिंह, दुर्गेश चौरसिया आदि विशेष रूप से मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन वकील सिंह ने किया।अंत में विद्यालय के प्रबंधक ने आये अतिथि गण के प्रति आभार व्यक्त किया।
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