संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में पंचायती राज विभाग, मत्स्य विभाग, लघु सिचाई, भूमि संरक्षण, सिंचाई एवं जल संशाधन, दुग्ध विभाग के कार्यो/योजनाओं की समीक्षा कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस अवसर मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार एवं अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह उपस्थित रहे।
पंचायती राज विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा व्यक्तिगत शौचालय के अवशेष लगभग 2000 लाभार्थियों की प्रथम किस्त की धनराशि अगली बैठक से पूर्व भेजे जाने तथा शौचालयों की जिओ टैगिंग शत प्रतिशत कराये जाने हेतु सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बेलहर कलां और सांथा विकास खंड के एडीओ पंचायत के अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए। जिलाधिकारी कहा कि 15 वां केन्द्रीय वित्त आयोग एवं पंचम राज्य वित्त आयोग अंतर्गत जिन ग्राम पंचायतों में धनराशि व्यय 0 से 10 प्रतिशत के मध्य है उनके विरुद्ध कार्यवाही कराएं तथा अगली बैठक से पूर्व अवगत कराए। ओ0डी0एफ0 प्लस अंतर्गत माडल गांव की प्रगति अत्यंत खराब पाये जाने पर विस्तृत कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये।
उन्होंने अपूर्ण 46 सामुदायिक शौचालय और 122 पंचायत भवनों का निर्माण कार्य अधूरा पाये जाने पर जिम्मेदार अधिकारी/कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही कर अवगत कराने हेतु निर्देशित किया। एक माह के भीतर शत प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण किए जाने हैं। जिन ग्राम पंचायतों में भूमि नही मिली है अथवा भूमि विवाद है उनके प्रकरण ग्राम पंचायत वार सूची के साथ संबंधित एसडीएम को प्रेषित करते हुए कार्यवाही कर निस्तारित कराने के निर्देश दिये गये।
समीक्षा के दौरान पंचायत सहायक और सामुदायिक शौचालय केयर टेकर का मानदेय भुगतान समय से समय से करने हेतु निर्देशित किया गया। एस0एल0डब्लू0एम0 के अंतर्गत जिन 207 ग्राम पंचायतों में कार्य प्रारम्भ नही है, उनके कारण सहित विवरण प्रस्तुत करने तथा 15वां वित्त आयोग अंतर्गत प्राप्त होने वाली धनराशि का व्यय ग्राम सचिवालय, सामुदायिक शौचालय, प्राथमिक/अपर प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प, आंगनवाड़ी का कायाकल्प, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर का कायाकल्प, आपरेशन त्रिनेत्र हेतु प्राथमिकता के क्रम में करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा विभागीय समीक्षा के उपरांत आपरेशन त्रिनेत्र के अंर्तगत गठित समिति की बैठक की गई। जिलाधिकारी द्वारा वेंडर के चयन हेतु डीआईओ एनआईसी, अपर पुलिस अधीक्षक के सहयोग से सीसीटीवी कैमरे के स्पेशिफिकेशन का ड्राफ्ट बनाने जिसमे आईटीएमएस के वेंडर से भी समन्वय कर 20 वेंडर की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए जिसमे से रेंडमाइजेशन के आधार पर वेंडर के चयन की पत्रावली समिति के समक्ष प्रस्तुत करने हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया।
इसी क्रम में मत्स्य विभाग के समीक्षा के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य विजय कुमार मिश्रा द्वारा अपनी सभी योजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई, जिसमें पिछले 5 वर्ष में हुए ग्राम सभा के पत्तों के आवंटन की सूची एवं उनके जियोटेक करने के संबंध में निर्देश दिए गए मत्स्य विभाग की योजनाओं प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना एवम् मुख्य मंत्री मत्स्य संपदा योजना के समीक्षा किया।
इसी क्रम में लघु सिचाई विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि आइजीआरएस मैं विभाग की एक शिकायत अक्टूबर माह में प्राप्त हुई थी जिसको निस्तारित कर दिया गया है कोई भी शिकायत पेंडिंग नहीं है और डिफाल्टर भी नहीं है। पिछली बैठक में जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में प्रथम छमाही में पूर्ण नलकूपों की सूची जिलाधिकारी द्वारा मंगाकर उसमें रेंडम आधार पर सूची को मार्क किया गया था उसके बाद मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय अधिकारी नामित कर 9 ब्लॉकों में रेंडम आधार पर सत्यापन कराया गया, सत्यापन रिपोर्ट संतोषजनक है।
इसी क्रम में जिलाधिकारी भूमि संरक्षण, सिंचाई एवं जल संशाधन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जनपद संत कबीर नगर मे कुल 51 नहरों पर 27443 हे० भूमि की सिंचाई हेतु कच्ची व पक्की गूल के निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। कार्य की प्रगति बढ़ाने हेतु जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा बखीरा झील एवं आसपास के क्षेत्र मे विभाग द्वारा अभियांत्रिकी ज्ञान का उपयोग मनरेगा कंवर्जेंस के अंतर्गत करते हुये विकास कार्यों मे अपनी भागेदारी बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया।
उद्यान विभाग के क्रियाकलापों एवं योजनाओं की समीक्षा के दौरान जिला उद्यान अधिकारी द्वारा बताया गया कि उद्यान विभाग के अंतर्गत आई0जी0आर0एस0 के माध्यम से 5 शिकायत के मामले प्राप्त हुए थे, जिन्हें ससमय निस्तारित कर लिया गया था। पिछली बैठक के दौरान दिए गए सभी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित पाया गया।
बखिरा झील के आस पास के क्षेत्र में औद्यानिक फसलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खलीलाबाद फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा केले की खेती कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर करने हेतु इच्छा व्यक्त की गई है। यह कंपनी 50 हेक्टेयर क्षेत्रफल में केले की खेती करने तथा केला आधारित उद्योग लगाने की इच्छुक है। जिलाधिकारी द्वारा बखिरा झील को केंद्रबिंदु बना कर विभागीय योजनाओं को बनाने एवं क्रियान्वित करने हेतु निर्देश दिए गए।
दुग्ध विभाग की समीक्षा के दौरान विभागीय अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि नन्द बाबा मिशन में मुख्यमंत्री प्रगतिशील कृषक प्रोत्साहन योजना में 27 के सापेक्ष 37 आवेदन प्राप्त हुए है जिसका पशुपालन विभाग समन्वय स्थापित कर दुहान/सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। बताया गया कि जनपद में 07 दुग्ध समितियों का गठन कर लिया गया है।
इस अवसर पर प्रशिक्षु उप जिलाधिकारी मंजुल मयंक, डीसी मनरेगा प्रभात द्विवेदी, वरिष्ठ कोषाधिकारी बैभव कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी पी0के0 यादव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी मत्स्य विजय मिश्र, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी चन्द्रशेखर यादव, जिला उद्यान अधिकारी समुद्र गुप्त मल्ल, सूूचना अधिकारी सुरेश कुमार सरोज सहित सम्बंधित विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
More Stories
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जयंती पर किसान सम्मान दिवस आयोजित
खेल स्वस्थ रखने के साथ मानसिक स्फूर्ति भी देता है- पुष्पा चतुर्वेदी
चौधरी चरण सिंह की जयंती पर विशेष कार्यक्रम का हुआ आयोजन