
आगरा(राष्ट्र की परम्परा) जिले में शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि को इतिहास रचा गया। यहां एक 10वीं की छात्रा को एक दिन के लिए सिकंदरा थाने का इंस्पेक्टर बनाया गया। इसके बाद छात्रा का एक्शन देख अफसर भी दंग रह गए। आइए जानते हैं छात्रा ने ऐसा क्या किया ।आगरा में शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि पर पुलिस ने अनोखा काम किया है। यहां पुलिस आयुक्त प्रीतिंदर सिंह के आदेश पर एक दिन के लिए 10वीं की छात्रा को सिकंदरा थाने का इंस्पेक्टर बनाया गया। इस दौरान छात्रा ने थाने में महिला हेल्प डेस्क, शस्त्रागार, कार्यालय, साइबर हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया। साथ ही शस्त्रों के रखरखाव और कार्यालय के कामकाज की बारीकियां समझीं। इसके बाद जनसमस्याएं भी सुनीं। इस दौरान शिकायत लेकर पहुंची महिला का दर्द सुनकर छात्रा कड़े एक्शन में आ गई,महिला से तहरीर लेकर तुरंत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के आदेश दिए। छात्रा का एक्शन और काम करने के तरीके को देखकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए। वहीं शिकायत लेकर पहुंची पीड़िता ने उसका धन्यवाद किया। उत्तर प्रदेश के आगरा में शारदीय नवरात्र और मिशन शक्ति के तहत आगरा पुलिस कमिश्नरेट की ओर से महिलाओं में जागरूकता लाने के लिए और मिशन शक्ति के तहत कुछ अलग किया जा रहा है। शारदीय नवरात्रि और मिशन शक्ति के तहत सोमवार को सेंट कोनार्ड की 10वीं की छात्रा गौरी को एक दिन के लिए थाने की इंस्पेक्टर बनाई गई। महिलाओं में जागरूकता लाने के लिए पुलिस आयुक्त डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह ने आदेश दिया था।
थाना प्रभारी का कार्यभार ग्रहण करने के बाद छात्रा गौरी ने गांव कठवारी अछनेरा के रहने वाले संदीप और उनकी मां की शिकायत सुनी। पीड़ित ने गौरी को बताया कि 18 अक्टूबर को अरतौनी पुल के पास से ईंट खरीदी थी, ट्रक चालक और मंडी के ठेकेदार ने संदीप से एक नंबर की ईंट की धनराशि ली थी जबकि उन्हें पीली ईंट दी गई गांव कठवारी अछनेरा के रहने वाले संदीप और उनकी मां की शिकायत सुनने के बाद गौरी एक्शन में आ गई। 10वीं की छात्रा ने तुरंत मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। छात्रा के क्विक एक्शन को देखकर वहां मौजूद पुलिस अधिकारी हैरान रह गए। छात्रा ने कहा कि थाने पहुंचने वाले हर फरियादी की पूरी बात सुनी जाए। उसके बाद उसपर तुरंत एक्शन लिया जाए,कोई भी फरियादी थाने से निराश होकर नहीं जाना चाहिए। इसमें लापरवाही करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, गौरी को डीसीपी सिटी सूरज राय के सामने थाने का कार्यभार सौंपा गया। इस दौरान एसीपी मयंक तिवारी और प्रभारी निरीक्षक आनंद शाही मौजूद रहे। इंस्पेक्टर बनने के बाद छात्रा गौरी ने फरियादियों की समस्याएं भी सुनीं और उनके निराकरण के लिए आदेश भी दिए। थाना प्रभारी बनी गौरी वार्ष्णेय ने मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। अन्य फरियादी को भी उनकी समस्या का जल्द समाधान होने का आश्वासन दिया।
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