July 5, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

प्रचंड गर्मी से आम जनजीवन अस्त व्यस्त

भूगर्भ जलस्तर पाताल पहुंचा, रतनपुरा में पेयजल संकट गहराया

रतनपुरा/ मऊ(राष्ट्र की परम्परा)
तापमान में उत्तरोत्तर वृद्धि के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। दोपहर के बाद बाजारों में सन्नाटा पसर जा रहा है। तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जिसकी वजह से लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। आसमान से लग रहा है जैसे सीधे धरती पर अग्नि की वर्षा हो रही हो। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का मानना है कि इस वर्ष ऐतिहासिक गर्मी पड़ रही है, लोगों को अनुमान था कि जून मध्य के बाद बारिश होगी,परंतु इसका दूर-दूर तक अता पता नहीं है। भूगर्भ जल का लगातार दोहन के चलते पानी पाताल पहुंच गया है। जिसके वजह से हैंड पाइप अब बैक कंप्रेसर लेने लगे हैं। 10 बार चलाने पर एक लोटा पानी बमुश्किल निकल रहा है। ताल, तलैया, पोखरी सूख चुके हैं। नहरों में पानी का अभाव है। जिसकी वजह से जलस्तर पूर्ण नहीं हो पा रहा है। भूगर्भ जल के खिसकने से पेयजल संकट गहरा गया है। वैसे भी रतनपुरा विकासखंड मुख्यालय पर पेयजल व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, पिछले 2 साल से पेयजल आपूर्ति बंद है। इसका मुख्य कारण जल परिवहन नलिकाएं बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं ।तथा जगह-जगह रिसाव के चलते जगह जगह बहता रहता था। तथा जल निगम इकाई का मोटर भी जला पड़ा है, अन्यथा गरीबों के लिए पेयजल इकाई का जलापूर्ति अमृत के समान था। अधिकांश घरों में इसी पानी से उनका भोजन पानी चलता था। भूगर्भ जल स्तर काफी नीचे खिसकने से क्षेत्र के अधिकांश हैंडपंप पानी देना बंद कर दिये है। लोग पानी के लिए यहा वहाँ भटक रहे हैं।
हीटवेव से के डर से लोगों का घरों के बाहर निकलना काफी मुश्किल हो रहा है। गर्मी का स्तर ऐसा है कि घर से बाहर दो कदम चलने पर ही लोग पसीने से तरबतर हो जा रहे हैं। विद्युत आपूर्ति दिन में आना जाना लगा रहता है। जिससे लोगों को काफी कठिनाई के दौर से गुजर ना पड़ रहा है। जल स्तर को बनाए रखने के लिए नहरों में पानी की आपूर्ति का उत्तरोत्तर बनाए रखना बेहद जरूरी है। रतनपुरा रेलवे स्टेशन पर पेयजल की व्यवस्था चरमरा गई है। यात्रियों को पेयजल के लिए यत्र तत्र भटकना पड़ रहा है। प्रचंड गर्मी में आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है। चमड़ी झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है ,और कहीं से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। वनों उत्पाद पर ग्रहण लगा हुआ है, जिसकी वजह से लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। पशुओं को इस प्रचंड गर्मी में काफी मुश्किलों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। पंखे और कूलर आम नागरिकों को राहत नहीं पहुंचा पा रहे हैं बल्कि गर्म हवा झोंक रहे हैं जिसकी वजह से हर घर में हीटवेव से बेचैनी बढ़ गई है।