बलरामपुर। (राष्ट्र की परम्परा)जनपद के नोडल अधिकारी/कृषि सचिव अनुराग यादव जी द्वारा जनपद में आई बाढ़ के उपरांत राहत कार्य एवं आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की समीक्षा कलेक्ट्रेट सभागार में की गई।
जिलाधिकारी डॉ महेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद में कुल 388 गांव बाढ़ में प्रभावित हुए,जिसमें की 304 गांव मैरून्ड हुए। जनपद में बाढ़ से बचाव के लिए कुल 222 नावें एवं 51 मोटर बोट लगाई गई। बाढ़ के उपरांत प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की जा रही है।
कृषि सचिव/नोडल अधिकारी द्वारा प्रभावित परिवारों को समय से राहत पहुंचाए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने बाढ़ के दौरान हुए नुकसान का आकलन करते हुए शासन से धनराशि मांग किए जाने का निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण जो विकास कार्य, बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई हैं,उसका भी आकलन करते हुए पुनः विकास कार्य को पटरी पर लाए जाने के लिए कार्ययोजना बनाएं। जनहानि,मकान क्षतिग्रस्त, पशु हानि पर पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। बाढ़ के पानी के उतरने के बाद ग्रामों में संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है। इसके लिए सभी बाढ़ प्रभावित घरों में ओआरएस पैकेट, क्लोरीन की गोली वितरित कर दिया जाए। बाढ़ कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित रहे।
इस दौरान नोडल अधिकारी द्वारा बाढ़ प्रभावित ग्राम पंचायत भगवानपुर में जाकर बाढ़ प्रभावितों से वार्ता की गई तथा राहत सामग्री किट बांटी गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ महेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सक्सेना, मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्य, अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष ,अपर जिलाधिकारी न्यायिक ज्योति गौतम, अपर पुलिस अधीक्षक नम्रिता श्रीवास्तव, समस्त उपजिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील कुमार व अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
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