August 6, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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डीडीयू और इन्फ्लिबनेट केंद्र के बीच हुआ एमओयू

शोध और डिजिटल शिक्षा को मिलेगा नया आयाम

गोरखपुर/लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क केंद्र (इन्फ्लिबनेट), गांधीनगर, गुजरात के बीच सोमवार को एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह करार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की गरिमामयी उपस्थिति में राजभवन, लखनऊ में सम्पन्न हुआ।
समारोह में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन, कुलसचिव धीरेन्द्र श्रीवास्तव, इन्फ्लिबनेट के निदेशक डॉ. जे. पी. सिंह जोईल, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं परियोजना समन्वयक, विश्वविद्यालय के अधिकारीगण और अन्य विशिष्टजन मौजूद रहे।
यह एमओयू इन्फ्लिबनेट द्वारा विकसित शोध और शैक्षणिक डिजिटल सेवाओं के क्रियान्वयन की दिशा में एक निर्णायक कदम है। इसके तहत गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक, शोधकर्ता और छात्र अब राष्ट्रीय स्तर की ई-लाइब्रेरी, शोध गुणवत्ता परीक्षण, डिजिटल शोध प्रबंध भंडारण, ई-सामग्री प्रबंधन और अनुसंधान सूचना नेटवर्क जैसी सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
कुलपति प्रो. टंडन ने कहा कि राज्यपाल के प्रोत्साहन और मार्गदर्शन में यह सहयोग विश्वविद्यालय को डिजिटल युग की जरूरतों के अनुरूप आधुनिक बनाएगा। “यह समझौता शोध-संरचना को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों से जोड़ने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा,” उन्होंने कहा।
इन्फ्लिबनेट के निदेशक डॉ. जोईल ने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय को तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण और आवश्यक संसाधन लगातार प्रदान किए जाएंगे ताकि एमओयू के सभी लक्ष्यों को सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।
इन्फ्लिबनेट, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली द्वारा स्थापित एक स्वायत्त अंतर-विश्वविद्यालय केंद्र है, जो देश भर के उच्च शिक्षण संस्थानों को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी आधारित सेवाएं उपलब्ध कराता है।
इन्फ्लिबनेट की प्रमुख सेवाओ मे शोधगंगा, शोधशुद्धि, ई-शोध सिंधु, राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी, विद्यांजलि व अन्य शैक्षणिक पोर्टल्स और ऑनलाइन प्रशिक्षण, डाटा रिपॉजिटरी और डिजिटल कंटेंट मैनेजमेंट शामिल हैं।