July 5, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न

देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक धनवंतरि सभागार में आयोजित हुई। बैठक में मई माह के मासिक कार्यों की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा नहीं देने वाली आशा कार्यकत्रियों को चिन्हित कर बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकत्रियों को सरकार द्वारा स्मार्टफोन प्रदान किया गया है, उसमें जीपीएस आधारित ट्रैकर एप डाउनलोड किया जाए। इसके माध्यम से आशा की फील्ड विजिट की नियमित निगरानी कर उनके कार्य निष्पादन को बढ़ाया जाए। मई माह तक जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत 4,670 प्रसव दर्ज किये गए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के समस्त 16 सीएचसी, 67 पीएचसी, 10 ब्लॉक पीएचसी एवं 428 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को जोड़ने वाले सड़कों की मरम्मत की जाएगी। जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित अपंजीकृत नर्सिंग होम के विरुद्ध भी सघन अभियान चलाने का निर्देश दिया उन्होंने कहा कि प्रत्येक चिकित्सक अपने नर्सिंग होम के पंजीकरण का प्रमाणपत्र रिसेप्शन पर अनिवार्य रूप से लगाये।
जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड की उपयोगिता बढ़ाने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में कई लोग आयुष्मान कार्ड होते हुए भी इसका सदुपयोग नहीं कर पा रहे हैं। आयुष्मान कार्ड धारकों को सरल एवं सुबोध्य तरीके से इसकी उपयोगिता के संबंध में जानकारी देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्कूलों एवं विभिन्न सरकारी कार्यालयों में आयुष्मान कार्ड कैसे उपयोग करना है, इसकी जागरूकता लाने के लिए वॉल पेंटिंग कराई जाए। साथ ही ग्राम पंचायतों में मुनादी भी की जाए। उन्होंने कहा कि जो अस्पताल आयुष्मान भारत योजना से आच्छादित हैं, वे आयुष्मान कार्ड धारको हेतु एक विशेष हेल्प डेस्क भी बनाएं। जिलाधिकारी ने योजना के तहत क्लेम सेटेलमेंट रेशियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जनपद में लगभग 12 हजार लोगों ने ही अभी तक आयुष्मान भारत कार्ड के तहत 3 करोड़ 96 लाख रुपए की प्रतिपूर्ति प्राप्त की है, जबकि जनपद में 5 लाख लोगों के पास आयुष्मान भारत कार्ड की कवरेज है।
बैठक में सीडीओ रवींद्र कुमाए, सीएमओ डॉ राजेश झा, सीएमएस डॉ एचके मिश्रा, बीएसए हरिश्चंद्रनाथ, डीपीओ कृष्णकांत राय, डीपीआरओ अविनाश कुमार, समस्त एमओआईसीगण सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।