July 6, 2025

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स्वास्थ शरीर के लिए तनाव मुक्त रहना जरूरी: डीएम

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर वाद विवाद और पोस्टर प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

देवरिया, (राष्ट्र की परम्परा)
सीएमओ कार्यालय के धनवंतरि सभागार में मंगलवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर वाद विवाद और पोस्टर प्रतियोगिता आयोजन किया गया। जिसमे 12 विद्यालयो के बच्चों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों को जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने पुरस्कृत किया। इंदिरा गाँधी बालिका इंटर कालेज की कक्षा 12 की छात्रा सोनाली को प्रथम, राजकीय इंटर कालेज की कक्षा 9 की छात्रा शालिनी को द्वितीय और सनबीन इंटर कालेज की कक्षा 9 की छात्रा तनिष्का अग्रवाल को तृतीय पुरस्कार देकर जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने सम्मनित किया।

इस दौरान जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि भारतीय जीवन पद्धति सकारात्मकता से परिपूर्ण है। संयुक्त परिवार प्रथा में डिप्रेशन जैसी बीमारी का कोई स्कोप नहीं था। परिवार के सदस्य एक दूसरे के लिए खड़े रहते थे और लोगों का मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता था। जैसे-जैसे एकाकी परिवार और लाइफस्टाइल में परिवर्तन हो रहा है, वैसे-वैसे अवसाद के केस बढ़ रहे हैं। जीवन में कई रंग होते हैं। कहीं किसी एक जगह नहीं रुकना चाहिए। मेंटल स्ट्रैंथ से बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए तनाव मुक्त रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि तनाव मुक्त रहने के लए निरंतर योग करना चाहिए।

एसीएमओ डॉ उमा रावत ने कहा कि हर साल विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूक करना और मानसिक बीमारियों के बारे में जानकारी देना है। मानसिक स्वास्थ्य की सही देखभाल व्यक्ति को खुश और समृद्ध जीवन जीने में मदद करती है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजेश झा ने कहा कि वर्तमान समय में सभी लोगों के लिए मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना बड़ी जरूरत बन गयी है। भाग-दौड़ भरी जिंदगी में युवाओं को इसका खास ख्याल रखना होता है। लोग स्ट्रेस और डिप्रेशन के शिकार होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में इन्हीं सब विषयों पर जागरूकता बढ़ाने और मेंटल हेल्थ की अहमियत को समझाने के लिए हर साल 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है।

उन्होंने कहा कि वर्ल्ड मेंटल हेल्थ दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने और वैश्विक नागरिकों को मानसिक स्वास्थ्य की जरूरत को बताने के लिए प्रेरित करने के लिए है। यह उत्सव सुनिश्चित करता है कि मानसिक स्वास्थ्य को एक मुद्दे के रूप में उजागर किया जाए। उन्होंने कहा कि यह दिन इस बात की याद दिलाता है कि आप जिस भी दौर से गुजर रहे हैं, उसका आपको अकेले सामना नहीं करना है। हमें यह सोचना बंद करना होगा कि कठिन समय का सामना केवल हम ही कर रहे हैं या हमें इसका सामना अकेले ही करना है। हमें खुद को यह याद दिलाना होगा कि हर किसी को जीवन में कभी न कभी समस्याओं का सामना करना पड़ता है इसलिए सबके साथ से ही हम सभी परेशानियों से निजात पा सकते हैं।

कार्यक्रम में विश्व मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ संजय गुप्ता, एसीएमओ डॉ राजेंद्र प्रसाद, डीपीएम पूनम, वर्षा सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।