
श्रीदत्तगंज/बलरामपुर (राष्ट्र की परम्परा)।बजाज चीनी मिल इटई मैदा में गेंदा सिंह गन्ना प्रजनन एवं अनुसंधान संस्थान सेवरही कुशीनगर से आए डॉ विनय मिश्रा कीट-रोग वैज्ञानिक एवं डॉ वाई पी भारती पादप रोग वैज्ञानिक द्वारा मिल परिक्षेत्र के ग्राम महुवा इब्राहिम तेंदुई बैदौलिया संझवल प्रेमनगर बिथरिया परसपुर विश्रामपुर में कृषक कैश मोहम्मद तिलकराम राघवेन्द्र आज्ञाराम अमृता सिंह का खेत तथा गिद्धौर गुमडी़ महदेईया चमरूपुर शाहपुर ईटई दुभरा गोवर्धनपुर आदि गांवों में गन्ना फसल का निरीक्षण किया गया। क्षेत्र भ्रमण के दौरान मिलने वाले किसानों से वार्ता कर उनकी जिज्ञासा को शांत किया गया। इस दौरान महाप्रबंधक गन्ना संजीव कुमार शर्मा,सहायक महाप्रबंधक गन्ना आर एस मिश्रा, विजय कुमार पाण्डेय,बृजेश प्रताप सिंह,रामायन पाण्डेय व गन्ना टीम उपस्थित रही।क्षेत्र भ्रमण के उपरांत डॉ विनय मिश्रा ने बताया कि मिल परिक्षेत्र में गन्ना फसल विगत वर्षों से अच्छी दिख रही है कुछ क्षेत्रों में पोक्का बोईंग का आंशिक प्रकोप दिख रहा है।किसान भाई इसके रोकथाम लिए कॉपर ऑक्सिक्लोराइड 0.2 प्रतिशत अर्थात 100 लीटर पानी में 200 ग्राम दवा घोलकर छिड़काव करें या थायोफिनाईट मिथाइल (कवकनाशी) का छिड़काव करके भी पक्का बोइंग की रोकथाम की जा सकती है।महाप्रबंधक गन्ना संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि थायोफिनाईट मिथाइल(कवकनाशी) चीनी मिल में उपलब्ध है। इसे किसान भाइयों को अनुदान पर दिया जा रहा है।क्षेत्र भ्रमण के उपरांत वैज्ञानिकों द्वारा चीनी मिल स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमे रेड रॉट,पोक्का बोईंग,माईट आदि रोग व कीटों की रोकथाम के बारे में आवश्यक जानकारी दी गई।इस दौरान चीनी मिल के इकाई प्रमुख राकेश यादव भी उपस्थित रहे।
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