August 6, 2025

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गुजरात एटीएस ने बेंगलुरु से अलकायदा से जुड़ी महिला को किया गिरफ्तार, खुफिया सतर्कता बढ़ी

अहमदाबाद (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने आतंकी मॉड्यूल से संबंध रखने के आरोप में एक 30 वर्षीय महिला को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार महिला कथित तौर पर प्रतिबंधित आतंकी संगठन अलकायदा की सक्रिय सदस्य है और सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा नए सदस्य जोड़ने का कार्य कर रही थी। गिरफ्तारी मंगलवार देर रात बेंगलुरु के बाहरी इलाके से की गई। गुजरात एटीएस की एक विशेष टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से यह ऑपरेशन गुप्त तरीके से अंजाम दिया। सूत्रों ने बताया कि महिला पिछले कई महीनों से संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त थी और उस पर कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने तथा आतंकी नेटवर्क के लिए काम करने का संदेह था। डिजिटल गतिविधियों से मिला सुराग गुजरात एटीएस को महिला की गतिविधियों को लेकर खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिला था। बताया जा रहा है कि वह सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड चैट प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से अलकायदा के लिए प्रचार और भर्ती कार्य में संलिप्त थी। उसकी डिजिटल डिवाइसेज से कई संदिग्ध दस्तावेज, मैसेज और वीडियो बरामद हुए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।गिरफ्तारी के बाद बेंगलुरु पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने शहरभर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए स्पेशल वॉच लिस्ट तैयार की गई है और संवेदनशील स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही महिला के संपर्क में रहे लोगों की पहचान की जा रही है। जांच जारी, आतंकी नेटवर्क से जुड़ाव की पड़ताल
गुजरात एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने कुछ अहम जानकारियां दी हैं, जिससे यह संकेत मिला है कि वह देश के अन्य हिस्सों में भी नेटवर्क को फैलाने की कोशिश कर रही थी। फिलहाल महिला को गुजरात लाया जा रहा है, जहां उससे आगे की पूछताछ की जाएगी। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अहम यह गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है जब देशभर में आतंकी गतिविधियों को लेकर खुफिया एजेंसियां पहले से ही सतर्क हैं। महिला की गिरफ्तारी से अलकायदा के भारतीय मॉड्यूल की सक्रियता पर सवाल उठे हैं और यह संकेत भी मिला है कि आतंकी संगठन सोशल मीडिया के जरिए शहरी युवाओं को अपना निशाना बना रहे हैं। पुलिस और एजेंसियों की नजर अब उन अन्य व्यक्तियों पर है जो इस नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियां मामले को गंभीरता से लेते हुए व्यापक स्तर पर जांच और छापेमारी की तैयारी में हैं।