अनुसूचित जाति के लिए गोंड समाज का धरना जारी

प्रशासन की वार्ता विफल, लड़ाई रहेगी जारी- के.के.निर्भीक

संतकबीरनगर (राष्ट्र की परम्परा) गोंड विकास संस्था के तत्वावधान में विगत कई दिनो से भूख हड़ताल व आमरण अनशन प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से सार्थक निष्कर्ष न निकल पाने से अनवरत जारी है।
गोंड विकास संस्था के अध्यक्ष के.के.निर्भीक का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन चलता रहेगा। भूख हड़ताल पर बैठे लोगों में से 3 लोगों का स्वास्थ्य बेहद खराब होता जा रहा है। परंतु प्रशासनिक अधिकारी है कि सुधि लेने को तैयार नहीं है।
धरनारत लोगों का है कि हम यही आखरी सांस लेंगे। जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता। इस धरना-प्रदर्शन में गोरखपुर के गोंड समाज के लोगों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई है।
उन्होंने कहा कि हम अपने समाज के हित के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे।
गोंड विकास संस्था के अध्यक्ष के.के.निर्भीक ने कहा के अधिकारियों से बातचीत हुई लेकिन सब विफल है क्योंकि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। उनका कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक हम लोग अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे। अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र की मांग को लेकर अनवरत धरना-प्रदर्शन चल रहा है और जब तक प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाता तब तक लड़ाई लड़ते रहेंगे।
धरना स्थल पर विजय कुमार गोंड, राम जन्म गोंड, मनोज, दिनेश गौड़, प्रेम, शिवपाल, राम मूरत, हिमांशु, ज्योति, शांति देवी, आरती देवी समेत दर्जनों गोंड समाज के लोग उपस्थित हैं।

rkpnews@somnath

Recent Posts

प्रेम सुधा लक्ष्मी हर घर बरसे

समय बीत जाता है यादें रह जाती हैं,कहानी ख़त्म, निशानी रह जाती है,रिश्ते बने रहते…

5 minutes ago

शादी के दबाव में प्रेमी ने की युवती की हत्या: पांच साल के रिश्ते का खौफनाक अंत, खेत में मिला शव

भटनी/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। जिले के घांटी बाजार क्षेत्र में धान के खेत में…

2 hours ago

दिवाली पर घर जाने की होड़: चंडीगढ़ ISBT-43 में यात्रियों का सैलाब, बसों में मारामारी और सड़कों पर जाम

चंडीगढ़ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। दिवाली पर घर लौटने की तैयारी में शुक्रवार को चंडीगढ़…

3 hours ago

एक पैर कटा, दूसरे में 31 फ्रैक्चर, फिर भी नहीं टूटी हिम्मत

अलीगढ़ (राष्ट्र की परम्परा)। जिंदगी और मौत के बीच जूझती 21 वर्षीय फूलमाला हिम्मत की…

3 hours ago

आज भी बरकरार है बताशे का महत्व, धार्मिक और मांगलिक आयोजनों में होती है विशेष भूमिका

मऊ (राष्ट्र की परम्परा)। समय के साथ भले ही मिठाइयों के रूप बदल गए हों,…

4 hours ago

लक्ष्मी के आगमन पर जलने वाले दीपक बनाने वाले खुद दो जून की रोटी के लिए मोहताज कुम्हार

मिट्टी नहीं मिलने से अपना पुश्तैनी धंधा छोड़ खड़ी देशों को कर रहे पलायन मऊ…

4 hours ago