
देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)। मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक माह के तीसरे बुधवार को राजकीय अवकाश होने के कारण किसान दिवस बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार देवरिया में किया गया।
सर्वप्रथम उप कृषि निदेशक राजेश कुमार सिंह ने उपस्थित कृषकों को गत माह में आयोजित किसान दिवस में प्राप्त 05 शिकायतों की अनुपालन आख्या से अवगत कराया गया। इसके बाद उप कृषि निदेशक ने कृषि विभाग की लाभकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि 20 जनवरी, 2024 को दोपहर बजे से प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पी०एम० कुसुम) सोलर पम्प योजना के अन्तर्गत जनपद में 02एचपी० डीसी / एसी, 03एचपी डी०सी / ए०सी, 05 एचपी ए0सी0, 7.5 एचपी ए०सी० एंव 10 एचपी ए०सी० क्षमता में बुकिंग हेतु पोर्टल खुलेगा। इच्छुक कृषक सोलर पम्प हेतु बुकिंग करा सकते हैं। कृषि यंत्रीकरण में जानकारी सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन योजना, इनसीटू योजना एवं एन०एफ०एस०एम० योजना के अन्तर्गत किसानों द्वारा बुकिंग किया गया था जिसका 11 जनवरी को ई-लॉटरी के माध्यम से चयन किया गया।
जिला कृषि अधिकारी मृत्युंजय सिंह ने जनपद में उर्वरकों की उपलब्धता की जानकारी देते हुए बताया कि इस समय यूरिया एवं डी०ए०पी० पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। साथ ही नैनो यूरिया एवं नैनो डी०ए०पी० के उपयोग करने एवं उससे होने वाले लाभ के बारे में कृषकों को जानकारी दी गई। किसान दिवस में कृषकों द्वारा कहा गया कि उर्वरक विकेताओं द्वारा यूरिया के साथ सल्फर और जिंक भी दिया जा रहा है तो जिला कृषि अधिकारी द्वारा कहा गया कि यदि किसी विकेता द्वारा ऐसा किया जा रहा हो तो उसकी शिकायत मेरे मो०नं० पर करें, तत्काल समाधान किया जायेगा।
प्रभारी कृषि विज्ञान केन्द्र मल्हना डा० मान्धाता सिंह द्वारा कृषकों को मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दिया गया तथा बताये कि किसान भाई किस प्रकार से जानेगें कि मिट्टी में सल्फर व जिंक की कमी है। गेहूं फसल की सिंचाई करने पर यदि पौधा पीला होने लगे तो खेत में सल्फर की कमी होगी। सल्फर पौधों में रोगप्रतिरोधक का काम करता है।
जिला उद्यान अधिकारी ने किसान दिवस की बैठक में विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि विभाग में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई कृषि योजना एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत स्प्रिंकलर सेट एवं ड्रिप सिंचाई हेतु लघु कृषकों को 70 प्रतिशत एवं सीमान्त कृषकों को 80 प्रतिशत का अनुदान देय साथ ही किसान भाइयो को बताया गया कि जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में प्रत्येक विकास खण्डों में कम से कम एक-एक पॉलीहाउस का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए कृषकों से अनुरोध अधिक से अधिक पॉली हाउस हेतु आवेदन करें।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी ने किसान दिवस की बैठक में विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि इस समय भेड़, बकरी पालन पर योजना चल रही है जिस पर 50 प्रतिशत का अनुदान है तथा अण्डा उत्पादन हेतु स्वीकृत ऋण की ब्याज दरों पर अनुदान देय है। पशुधन बीमा की योजना है जिसमें 25 प्रतिशत कृषक एवं 75 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त यदि कोई किसान साइलेज लगवाना चाहता है तो उस पर भी 50 प्रतिशत अनुदान देय है।
जिला कार्यकारी अधिकारी, मत्स्य नन्द किशोर द्वारा बताया गया कि विभाग में मत्स्य पालन हेतु तालाब में अनुसूचित जाति में लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसके लिए विज्ञापन दिया गया है। इसके अतिरिक्त मत्स्य पालन हेतु किसान केडिट कार्ड भी बनवाया जाता है।
अधिशासी अभियन्ता, नहर, सहायक अभियंता, नलकूप, अधिशासी अभियन्ता, विद्युत, देवरिया, अग्रणी जिला प्रबन्धक, देवरिया, संतोष कुमार मौर्या, भूमि संरक्षण अधिकारी, अग्रणी जिला प्रबन्धक आदि विभागों के अधिकारी गण एवं राघवेन्द्र प्रताप शाही, भा०कि०यू०, रमेश मिश्रा, प्रगतिशील कृषक एवं विजय कुमार यादव, कृषक व अन्य कृषक गण किसान दिवस में उपस्थित थे।
More Stories
ताजिया लौटते समय हिंसा: गोलीबारी और मारपीट में चार घायल, एसपी ने की कड़ी कार्रवाई
सराहनीय कार्य: दि आयुष्मान फाउंडेशन ने बच्चों को वितरित किए स्कूली बैग
श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याचिका खारिज की, नहीं माना परिसर को ‘विवादित संरचना’