भीड़ से दूर, बेहद शांत: उत्तराखंड का यह हिल स्टेशन आपको देगा जन्नत का एहसास – मुनस्यारी

गर्मियों की छुट्टियों में जब सब ऋषिकेश, मसूरी या नैनीताल की ओर रुख करते हैं, तो वहां भारी भीड़ लगना तय है। अगर आप शांति, सुकून और असली पहाड़ी खूबसूरती की तलाश में हैं, तो मुनस्यारी आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है।

क्यों खास है मुनस्यारी?

उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित मुनस्यारी को “छोटा कश्मीर” भी कहा जाता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, बर्फ से ढके पहाड़, घने जंगल, ग्लेशियर और ट्रेकिंग रूट्स इसे रोमांच और सुकून दोनों का संगम बना देते हैं।

यहां गर्मियों में भी भीड़ बहुत कम होती है।

यह जगह ट्रेकिंग लवर्स के लिए भी स्वर्ग है – खलिया टॉप, मिलम ग्लेशियर, रालम ग्लेशियर जैसे ट्रेक्स यहां से शुरू होते हैं।

आप पंचाचूली पर्वत श्रृंखला के विहंगम दृश्य भी यहीं से देख सकते हैं।

मुनस्यारी कैसे पहुंचे?

दिल्ली से मुनस्यारी की दूरी: लगभग 600 किलोमीटर
यात्रा का समय: 13-14 घंटे (सड़क मार्ग से)

विकल्प 1: बस यात्रा (बजट ट्रैवलर्स के लिए)

दिल्ली से हल्द्वानी या अल्मोड़ा तक की बस लें।

वहां से मुनस्यारी के लिए लोकल बस या शेयरिंग टैक्सी मिल सकती है।

रात की बस लें ताकि सुबह मुनस्यरी पहुंच सकें।

विकल्प 2: ट्रेन + बस/टैक्सी

दिल्ली से काठगोदाम या टनकपुर तक ट्रेन लें।

वहां से बस या टैक्सी द्वारा मुनस्यारी पहुंचें।

विकल्प 3: कैब या निजी गाड़ी

परिवार के साथ जा रहे हैं और आरामदायक यात्रा चाहते हैं तो निजी टैक्सी या गाड़ी उपयुक्त है।

सड़कें पहाड़ी हैं, लेकिन दृश्य अत्यंत सुंदर हैं।

मुनस्यारी में क्या देखें?

Birthi Falls – खूबसूरत झरना रास्ते में ही पड़ता है

Darkot Village – स्थानीय संस्कृति और शिल्पकला की झलक

Nanda Devi Temple – आध्यात्मिकता के साथ हिमालय दर्शन

Tribal Museum – क्षेत्रीय इतिहास और जीवनशैली की जानकारी

ठहरने की व्यवस्था

यहां कई होटल, गेस्टहाउस और होमस्टे उपलब्ध हैं – आप अपने बजट और सुविधा के अनुसार बुकिंग कर सकते हैं। अग्रिम बुकिंग करना बेहतर रहेगा, खासकर छुट्टियों के मौसम में।

Editor CP pandey

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